रांचीः झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण और खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को जिंदा रहते ही श्रद्धांजलि दे दिये जाने का मामला सामने आया है.
इससे संबंधित वीडियो वायरल हो रहा है. जिसके बाद मंत्री की जमकर किरकिरी हो रही है. हालांकि इसके बाद मंत्री ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सफाई दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार देवघर में पटवाबाद के धमना फाटक के पास एपीजे डा. अब्दुल कलाम चौक का सूबे के पर्यटन व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने उद्घाटन किया.
इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दे दी. इस दौरान उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रख दिया. मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक दु:खद खबर है. जिसने देश को पचास साल आगे ले जाने का काम किया ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह का निधन हो गया है.
यह खबर सामने आने के बाद मंत्री को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने अपने बयान पर सोशल मीडिया में ट्वीट कर भूल सुधार किया. उन्होंने कहा कि भूलवश अपने संक्षिप्त भाषण में कुछ कह दिया था. दरअसल, यह सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे भ्रामक खबरों की वजह से हुई है. इस संबंध में जो भाषण में कहा है, उसके लिए दिल से क्षमा प्रार्थी हूं.
पूर्व प्रधानमंत्री के शीघ्र स्वस्थ होने की अल्लाह से दुआ करता हूं. अल्लाह उन्हें लंबी उम्र दें और अच्छी सेहत प्रदान करें. अभी देश को उनकी काफी जरूरत है. इधर, सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को लेकर बहस शुरू हो गई है. भाजपा के नेताओं ने इसकी निंदा की है.
बता दें कि हफीजुल हसन अंसारी झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण और खेल मंत्री हैं. देवघर जिले के मधुपुर से विधायक हैं. अंसारी के पिता झामुमो के कद्दावर नेता थे. हेमंत सरकार में मंत्री थे. उनके निधन के बाद हफीजुल उपचुनाव में झामुमो के विधायक चुने गए.