झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- राज्य में अगले 2 सप्ताह तक लॉकडाउन में कोई छूट नहीं, केंद्र से मिली ढील प्रदेश में नहीं होगी लागू
By अनुराग आनंद | Updated: May 3, 2020 16:26 IST2020-05-03T16:26:32+5:302020-05-03T16:26:32+5:30
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे श्रमिक भाई-बहन, छात्र-छात्राएं एवं अन्य लोग विभिन्न राज्यों से अपने घर आ रहे हैं। इसलिए एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है।

हेमंत सोरेन (File Photo)
रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में अगले दो सप्ताह तक लॉकडाउन में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगले दो सप्ताह तक राज्य में पहले की तरह ही यथास्थिति बरकरार रहेगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे श्रमिक भाई-बहन, छात्र-छात्राएं एवं अन्य लोग विभिन्न राज्यों से अपने घर आ रहे हैं। इसलिए एहतियात के तौर पर झारखण्ड राज्य में अगले 2 हफ्तों तक लॉकडाउन लागू रहेगा। केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में छूट को लेकर दिए गए नए निर्देश फिलहाल झारखण्ड में लागू नहीं होंगे।
#Lockdown will continue in Jharkhand for the next two weeks as a precautionary measure as our labourer brothers & sisters, students & others are returning to the state. The Centre's fresh instructions regarding relaxations will not be applicable in Jharkhand: CM Hemant Soren pic.twitter.com/PsQfidFrfM
— ANI (@ANI) May 3, 2020
बता दें कि झारखंड के लगभग 1100 छात्रों एवं अभिभावकों को राजस्थान के कोटा से शनिवार को विशेष ट्रेन शाम 7 बजकर पांच मिनट पर हटिया स्टेशन पहुंची। इन छात्रों का रांची के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अन्य अधिकारियों के साथ फूलों स्वागत किया और खाने के पैकेट दिए। वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छात्रों के यहां पहुंचने पर उनका तथा उनके अभिभावकों का अभिनंदन किया। रांची के उपायुक्त महिमपत रे ने बताया, ‘‘1,100 से अधिक छात्र कोटा से हटिया पहुंची इस विशेष ट्रेन से यहां आये हैं। सभी छात्रों को उनके जिलों में ले जाकर स्वास्थ्य जांच की जायेगी और फिर 14 दिनों के लिए घरों में ही पृथकवास में रखा जायेगा।’’
इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज ट्वीट कर कहा, ‘‘लॉकडाउन में फंसे करीब एक हजार युवा झारखण्ड पहुंच चुके हैं। आप सभी युवाओं का अभिनंदन है। लॉकडाउन में आपके द्वारा बिताए हर पल की पीड़ा का आभास है मुझे। अब आप अपने घर आ चुके हैं। मैं सभी बच्चों के अभिभावकों से कहना चाहता हूं कि आपके नौहिहालों के बेहतर स्वास्थ्य की जिम्मेवारी सरकार की है। प्रशासन सही सलामत बच्चों को उनके घर तक पहुंचाएगा। विभिन्न जिलों के छात्र बस के माध्यम से अपने अपने घर को जाएंगे। रांची के बच्चों को भी जांच के बाद उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा छात्रों और अभिभावकों को परेशान होने की जरूरत नहीं। रांची के बच्चों का अस्पताल में जांच होगी। जांच के बाद बसों के जरिये बच्चे घर जाएंगे। अगर संक्रमण का कोई लक्षण नजर आता है तो फिर इसके लिए अलग प्रक्रिया होगी। रांची के उपायुक्त ने बताया, ‘‘रांची के तीन सौ से अधिक छात्रों को सीधे रांची के पारस अस्पताल ले जाया जायेगा जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था की गयी है। वहीं अन्य जिलों के छात्रों के स्वास्थ्य की जांच उनके जिला मुख्यालय पर की जायेगी।’’
इससे पूर्व यहां पहुंचने पर छात्रों को फूल, खाने के पैकेट और पानी की बोतलें दी गयीं। यहां पहुंची छात्राएं एवं छात्र अपने स्वागत से भाव विह्वल हो गये और अनेक छात्रों और उनके अभिभावकों के आंखों में आंसू आ गये। सभी ने केन्द्र और राज्य सरकारों को उन्हें लाने की व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद किया। अनेक छात्राओं ने बताया कि जब उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा अन्य अनेक प्रदेशों के छात्र अपने घरों को रवाना हो गये तो एक बारगी उन्हें बहुत उदासी हुई लेकिन उनके अध्यापकों ने उनका ढाढ़स बंधाया।