बिहार में जदयू ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल से सिंबल बांटने का लगाया आरोप, चुनाव आयोग को लिखा पत्र

By एस पी सिन्हा | Updated: April 20, 2019 05:49 IST2019-04-20T05:49:01+5:302019-04-20T05:49:01+5:30

बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू ने एक बार फिर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल से ही पार्टी संचालन का आरोप लगाया है

JD (U) in Bihar has accused RJD chief Laloo Prasad Yadav for distributing symbol from jail, letter to Election Commission | बिहार में जदयू ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल से सिंबल बांटने का लगाया आरोप, चुनाव आयोग को लिखा पत्र

बिहार में जदयू ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल से सिंबल बांटने का लगाया आरोप, चुनाव आयोग को लिखा पत्र

बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू ने एक बार फिर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जेल से ही पार्टी संचालन का आरोप लगाया है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद के टिकट वितरण में लालू यादव के सिग्नेचर से पार्टी टिकट बांटने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसकी जांच करने और तत्काल राजद के सभी प्रत्याशियों के टिकट रद्द करने की मांग निर्वाचन आयोग से की है.

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और कहा है कि किस हैसियत से राजद  उम्मीदवार को राजद प्रमुख सिंबल बांट रहे हैं. जेल में रहते हुए उनसे मुलाकात के लिए अनुमति लेनी होती है फिर सिंबल कैसे बांट रहे हैं? नीरज कुमार का कहना है कि चुनाव आयोग को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के मामले में रांची के होटवार जेल में बंद हैं और स्वास्थ्य कारणों से रिम्स, रांची के पेइंग वार्ड में इलाजरत हैं. जेल मैनुअल के अनुसार केवल परिजनों से मिलना है. लालू यादव से सप्ताह में एक दिन शनिवार को मिलने के लिए अदालत से आदेश लेना पडता है. नीरज कुमार ने कहा है कि लालू एक पार्टी के अध्यक्ष भी हैं और लोकसभा चुनाव में अपने हस्ताक्षर से ही टिकट भी बांटे हैं. क्या टिकट बांटने में उन्होंने हस्ताक्षर करने के लिए अदालत से आदेश लिया है? अगर नहीं तो उनके द्वारा बांटे गए टिकट पर चुनाव लड रहे उम्मीदवारों के नामांकन को अवैध घोषित किया जाना चाहिए?

चुनाव आयोग से निवेदन है कि अगर इन मामलों में नियमों की अवहेलना की गई है तो यथोचित कार्रवाई करे. जेल मैन्यूल के मुताबिक मुलाकात के दौरान राजनीतिक बातें नहीं करनी है परंतु केवल राजनीतिक हस्तियों से मिलना स्पष्ट करता है कि राजनीतिक उद्देश्य से ही ऐसे लोगों से मुलाकात किया गया है. नीरज कुमार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है कि लालू प्रसाद यादव एक सजायाफ्ता कैदी हैं जो कई धाराओं में दोषी पाए गए हैं. वह एक क्रिमिनल केस में दोषसिद्ध अपराधी हैं, ना कि किसी जन आंदोलन के नेता हैं. लालू प्रसाद यादव लगातार सोशल मीडिया पर भी अपने विचार उद्धृत करते हैं, जिससे चुनाव प्रभावित किया जा रहा है. अगर, इनका टविटर हैंडल कोई दूसरा व्यक्ति चला रहा है तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि लालू प्रसाद यादव अपने विचार जेल से किसे बता रहे हैं?

वहीं, जदयू नेता की बातों का समर्थन करते हुए लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी की पूरी पार्टी जेल से चलाई जा रही है. सभी को पता है कि प्रत्याशी जेल में मिलने जा रहे है. पब्लिक डोमेन में बात को रखेंगे.

वहीं, राजद ने इस आरोप पर लालू प्रसाद यादव का बचाव किया है. पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि जदयू के लोग बेचैनी में हैं. उन्होंने सवाल पूछा कि लोग न्यायिक हिरासत में चुनाव लडते हैं तो टिकट बांटना कोई गुनाह नहीं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने लालू को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत कर रखा है तो वो टिकट क्यों नहीं बांटेंगे?

हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और महागठबंधन के सहयोगी जीतन राम मांझी ने इस मामले को कानूनी बताते हुए पल्ला झाड लिया है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा उनकी जानकारी के मुताबिक राबडी देवी को किया टिकट बंटवारे के लिए अधिकृत किया गया था.

Web Title: JD (U) in Bihar has accused RJD chief Laloo Prasad Yadav for distributing symbol from jail, letter to Election Commission

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