जम्मू: कश्मीर में सीआरपीएफ के दो अधिकारियों ने अपने आप को गोली मार कर आत्महत्या कर ली है। इनमे से एक नए कोरोना के भय से आत्महत्या की है और दूसरे ने घरेलू परिस्थितियों के कारण। मिलने वाले समाचारों के अनुसार, कश्मीर में सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर ने कोरोना के डर से अपने आपको गोली मार कर आत्महत्या कर ली है।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के मट्टन इलाके के अकूरा गांव में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने आज सुबह उस समय आत्महत्या कर ली जब उसे यह डर लग रहा था कि उसको कोरोना हो जाएगा। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान के जैसलमेर के रहने वाले सब इंस्पेक्टर फतह सिंह ने आपने आपको गोली मार ली और उसको बचाया नहीं जा सका।
वहीं मामले की जांच कर रही मट्टन पुलिस थाने के एसएचओ जाज़ीब अहमद ने बताया कि सीआरपीएफ सब इंस्पेक्टर सिंह के शव के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें लिखा था कि किसी को भी मेरे शरीर को नहीं छूना चाहिए, मुझे डर है, मुझे कोरोना है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना की आशंका के चलते पुष्टि होने तक फिलहाल सीआरपीएफ सब इंस्पेक्टर के शव को प्रोटोकाल के अनुसार शव गृह में रखा गया है। उनके सैंपल लेने के बाद पोस्टमार्टम किया गया। अब सैंपल की रिपोर्ट आने पर ही यह साबित हो पाएगा कि वह संक्रमित था या नहीं।
वहीं सीआरपीएफ के प्रवक्ता पंकज सिंह ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि सब इंस्पेक्टर सिंह नाका पार्टी के साथ दिन भर की ड्यूटी करने के बाद अपनी यूनिट में लौटा था। इस तरह इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वह संक्रमित था या नहीं। डाक्टरों की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है। कश्मीर में इस किस्म का पहला मामला है जिसमे किसी सुरक्षाकर्मी ने कोरोना के डर इस तरह से आत्महत्या की हो।
दूसरे मामले में श्रीनगर के करण नगर इलाके में नीलम सिनेमा पर तैनात सी आर पी एफ के एक अस्सिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने भी आज अपने आपको गोली मार कर आत्महत्या कर ली है। उसकी पहचान सी आर पी एफ की 49वी बटालियन के मध्यप्रदेश के रहने वाले बंगाली बाबू के रूप में कई गयी है।