नई दिल्ली, 21 जून: जम्मू-कश्मीर में पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन टूटने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लग चुका है। गठबंधन टूटने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा सरकार बनाने के लिए दूसरे दलों को तोड़कर नंबर जुटाने की कोशिश कर सकती है। उमर अब्दुल्ला के इस बयान पर भाजपा के महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने पलटवार करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने कहा है- 'उमर अब्दुल्ला क्यों डर रहे हैं? मुझे विश्वास है कि उनके पार्टी के लोग उनके साथ ईमानदार हैं। हमारी तरफ से हार्स ट्रेडिंग को लेकर कोई सवाल नहीं है। हमने देखा है कि उनकी पार्टी ने किस तरह जम्मू-कश्मीर में हार्स ट्रेडिंग किया है। किसी भी इंसान को इतिहास नहीं भूलना चाहिए।'
भाजपा महासचिव राम माधव ने पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूट पर बात करते हुए कहा- 'पीडीपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला किसी चुनावी विचार से नहीं बल्कि राष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के हित में लिया गया है। हमने गठबंधन तोड़ा है, यहां के लोगों को नहीं छोड़ा है। हम लोगों की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे। हमारे पास आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने समेत, जनता के हित में काम करने को लेकर कई योजना है।'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के साथ मिलकर पहली बार सरकार बनाया था। पिछले चार सालों से चल रही गठबंधन की इस सरकार का 19 जून (मंगलवार) को खत्म हो गया। भाजपा ने घाटी के हालातों का हावाला देते हुए पीडीपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया। जिसके बाद महबूबा मुफ्ती को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में 6 महीने का राज्यपाल शासन लग चुका है।
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