जम्मू-कश्मीर तहरीक-ए-हुर्रियत के चेयरमैन मोहम्मद अशरफ सेहराई को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक पुलिस ने उन्हें उनके आवास से सुबह करीब 5 बजे हिरासत में लिया है। बता दें कि मोहम्मद अशरफ सेहराई अलगाववादी नेता और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि अलगाववादी हुर्रियत नेता अशरफ सेहरई समेत प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के कुछ अन्य सदस्य हिरासत में लिए गए हैं जिनके खिलाफ सख्त जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
सिंह ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष सेहरई के अलावा जमात-ए-इस्लामी के करीब 12 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। कुछ दिन पहले अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने राजनीति छोड़ने की घोषणा की थी जिसके बाद सेहरई ने उनका स्थान ले लिया था और वह 26 अलगवावादी संगठनों के समूह ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में तहरीक-ए-हुर्रियत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
हुर्रियत का यह धड़ा मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले धड़े से अलग है। फारूक जम्मू-कश्मीर में हिंसा को खत्म करने के लिए वार्ता के पक्ष में हैं।
बता दें कि मोहम्मद अशरफ सेहराई 1959 में सैयद अली शाह गिलानी के सहयोगी बने थे। 1965 में सरकार विरोधी गतिविधियों के कारण सेहराई को पहली बार जेल भेजा गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेहराई का बेटा एमबीए की पढ़ाई के बाद आतंकवादी बन गया था। हाल ही में श्रीनगर में हुई एक मुठभेड़ में सेहराई का बेटा मारा गया था।