जेटली की श्रद्धांजलि सभा: नायडू, गोगोई, शाह ने श्रद्धासुमन अर्पित किए, वेंकैया ने कहा- अरुण जी भारत के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ गए
By भाषा | Updated: September 3, 2019 20:10 IST2019-09-03T20:09:41+5:302019-09-03T20:10:30+5:30
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अपने ट्वीट में कहा कि अरुण जी का असामयिक निधन व्यक्तिगत जीवन में भी एक रिक्ति छोड़ गया है जहां उनकी स्मृतियां ही बसती हैं। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली उत्कृष्ट सांसद, विद्वान विधिवेत्ता, प्रबुद्ध बुद्धिजीवी, कुशल प्रशासक व सत्यनिष्ठ राजनेता थे।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि निः स्वार्थ और समर्पित जनसेवा से, अरुण जी भारत के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ गए हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की श्रद्धांजलि सभा में मंगलवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई , भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत अनेक नेताओं एवं प्रबुद्ध लोग शामिल हुए।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि निः स्वार्थ और समर्पित जनसेवा से, अरुण जी भारत के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ गए जो लोगों को देश सेवा के लिये प्रेरित करेगी। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था। इसमें जाने माने भजन गायक अनूप जलोटा ने अपनी प्रस्तुती दी।
Delhi: Home Minister Amit Shah at condolence meeting of Late Arun Jaitley. https://t.co/eeizvRhpE2pic.twitter.com/cZbhkMYm4J
— ANI (@ANI) September 3, 2019
इसमें विभिन्न दलों के नेता मौजूद थे, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, धर्मेन्द्र प्रधान के अलावा जदयू नेता के सी त्यागी, अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल, बीजद के पिनाकी मिश्रा आदि शामिल हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अपने ट्वीट में कहा कि अरुण जी का असामयिक निधन व्यक्तिगत जीवन में भी एक रिक्ति छोड़ गया है जहां उनकी स्मृतियां ही बसती हैं।
उन्होंने कहा कि अरुण जेटली उत्कृष्ट सांसद, विद्वान विधिवेत्ता, प्रबुद्ध बुद्धिजीवी, कुशल प्रशासक व सत्यनिष्ठ राजनेता थे, जिन्होंने मंत्री के रूप में सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कुशल मार्गदर्शन दिया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ नई दिल्ली में श्रद्धांजलि सभा में अरुण जेटली जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। ’’
वहीं, नायडू ने कहा कि उनके ज्ञान का व्यापक विस्तार और महत्वपूर्ण घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर उनका विवेकपूर्ण दृष्टिकोण उन्हें विलक्षण राजनेता बनाता था। उन्होंने अपने दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण विषयों पर संसदीय और जनविमर्श को समृद्ध किया। हम में से हर किसी को उनकी कमी खलेगी।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि निः स्वार्थ और समर्पित जनसेवा से, अरुण जी भारत के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ गए हैं। ‘‘मुझे विश्वास है कि उनका अनुकरणीय व्यक्तित्व और कृतित्व, देश सेवा के इस पुनीत यज्ञ में समर्पण भाव से सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करेगा।’’ गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त 2019 को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया था।