जम्मू-कश्मीर में बंजारों को ‘प्रताड़ित ओर बेघर होते’ देखना बहुत तकलीफदेह : महबूबा
By भाषा | Updated: November 17, 2020 18:19 IST2020-11-17T18:19:22+5:302020-11-17T18:19:22+5:30

जम्मू-कश्मीर में बंजारों को ‘प्रताड़ित ओर बेघर होते’ देखना बहुत तकलीफदेह : महबूबा
(तीसरे पैरा में संशोधन के साथ)
श्रीनगर, 17 नवंबर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में बंजारों को यूं ‘प्रताड़ित और बेघर होते देखना’ बहुत तकलीफदेह है। साथ ही उन्होंने इसे रोकने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया।
महबूबा सोमवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम की ऊंचाई वाली जगहों पर गईं जहां प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के अभियान के तहत बंजारों के ‘ढोक’ (अस्थाई बसेरे) गिरा दिए हैं।
इस दौरान महबूबा ने सरकार को गुज्जर-बकरवाल समुदाय के लोगों को जम्मू-कश्मीर के वनक्षेत्रों से हटाए जाने को लेकर चेतावनी दी और कहा कि उन्हें प्रताड़ित करने का परिणाम बहुत बुरा होगा।
महबूबा ने मंगलवार को ट्वीट किया है, ‘‘जम्मू-कश्मीर में बंजारों को यूं प्रताड़ित और बेघर होते देखना बहुत तकलीफदेह है। उन्हें आवासीय अधिकार प्राप्त है और अब उन्हें भेदभाव के आधार पर हटाया जा रहा है। मनोज सिन्हा कृपया हस्तक्षेप करें और इस पर रोक सुनिश्चित करें।’’
सोमवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि केन्द्र वन कानून लागू करने में असफल रहा है, जो गुज्जर-बकरवाल समुदाय के लोगों की हिफाजत कर सकता था।
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