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स्थानीय प्रशासन को जगाने के लिए आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करना जरूरी: फडणवीस

By भाषा | Updated: July 27, 2021 19:43 IST

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मुंबई, 27 जुलाई भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को सही ठहराते हुए कहा कि यह अधिकारियों को कार्रवाई के लिए प्रेरित करता है।

फडणवीस ने यह बयान तब दिया जब कुछ ही घंटे पहले)राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि ऐसे स्थानों पर वीआईपी लोगों को दौरा करने से बचना चाहिए क्योंकि वे बचाव और राहत कार्यों को प्रभावित करते हैं।

हालांकि, फडणवीस ने कहा है कि वह आने वाले दिनों में ऐसे और क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन के मद्देनजर पवार ने संवाददाताओं से कहा था कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्रियों को छोड़कर, अन्य लोग जो सीधे राहत कार्यों से नहीं जुड़े हैं, उन्हें इन क्षेत्रों का दौरा करने से बचना चाहिए।

उन्होंने कहा, "मैं आमतौर पर ऐसे क्षेत्रों का दौरा करने से नहीं चूकता, लेकिन इस बार, मैं इससे बच रहा हूं ताकि राज्य का तंत्र अपने काम से न भटके।"

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, फडणवीस और विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने हाल ही में सबसे अधिक प्रभावित रायगढ़ जिले के तलिये गांव का दौरा किया था, जहां एक बड़े भूस्खलन में 84 लोगों की जान चली गई थी। घटनास्थल से 53 शव बरामद किए गए, जबकि रायगढ़ जिला प्रशासन ने सोमवार को 31 लापता लोगों के लिए तलाशी अभियान बंद कर दिया, जिन्हें मृत घोषित कर दिया जाएगा।

महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि उनके दौरे से स्थानीय प्रशासन "जाग गया"।

पवार की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा,“जब हम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हैं, तो स्थानीय प्रशासन जाग जाता है और काम करना शुरू कर देता है। इसलिए हमारा दौरा जरूरी है। पवार के बयान से एक ही संदेश मिल सकता है कि स्थानीय प्रशासन पर कोई बोझ डाले बिना दौरे किए जा सकते हैं।"

फडणवीस, जिन्होंने 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था, ने कहा कि राज्य सरकार का एक आदेश स्थानीय अधिकारियों को ऐसी यात्राओं के दौरान विपक्षी पार्टी के नेताओं की सहायता करने या उनके साथ जाने के लिए प्रतिबंधित करता है, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि हमारी यात्रा के दौरान, स्थानीय अधिकारियों पर कोई बोझ नहीं है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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