बिहार चुनावों के नतीजों से स्पष्ट है कि कांग्रेस को अन्य दलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए: राकांपा
By भाषा | Updated: November 22, 2020 22:08 IST2020-11-22T22:08:11+5:302020-11-22T22:08:11+5:30

बिहार चुनावों के नतीजों से स्पष्ट है कि कांग्रेस को अन्य दलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए: राकांपा
पणजी, 22 नवंबर राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने रविवार को यहां कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दिखाया है कि अगर कांग्रेस अन्य दलों को हल्के में लेना जारी रखेगी, तो भविष्य में होने वाले चुनावों में भी वोटों का बंटवारा होगा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बिहार और अन्य राज्यों में हुए चुनावों के परिणामों ने संकेत दिया कि कांग्रेस को अन्य दलों को साथ लेकर चलना चाहिए और "जमीनी हकीकत को समझना चाहिए"।
गोवा में राकांपा के कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पटेल ने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और अन्य समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर ऐसा कोई गठबंधन नहीं बनता है, तो राकांपा अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और (गोवा में) सरकार बना सकती है।’’
हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में, भाजपा-जद(यू) गठबंधन ने राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन को मात देकर सत्ता बरकरार रखने में कामयाबी हासिल की।
पटेल ने कहा, “बिहार और अन्य राज्यों में हुए चुनावों के परिणामों ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया है कि कांग्रेस और अन्य दलों को वास्तविकता को समझने के लिए अपनी सोच का दायरा बढ़ाना चाहिए और कांग्रेस को अन्य दलों को साथ लेकर चलने पर व्यापक विचार करना चाहिए।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर कांग्रेस अन्य दलों को हल्के में लेती है, तो यह मतों के विभाजन की ओर ले जाएगा।"
गोवा में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
इस बीच, पटेल ने दावा किया कि अन्य दलों के कई नेता पिछले कुछ हफ्तों से उनके संपर्क में हैं।
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