Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना करने मंदिर पहुंची इसरो के वैज्ञानिकों की टीम...देखें वीडियो
By विनीत कुमार | Updated: July 13, 2023 09:42 IST2023-07-13T09:22:06+5:302023-07-13T09:42:34+5:30
चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग से पहले गुरुवार को इसरो के वैज्ञानिकों की एक टीम तिरुपति के मंदिर पहुंची। वैज्ञानिकों की टीम ने अपने साथ चंद्रयान-3 का एक लघु मॉडल भी साथ रखा था।

इसरो के वैज्ञानिक पहुंचे मंदिर (फोटो- ट्विटर, एएनआई)
तिरुपति: चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना करने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) के वैज्ञानिकों की टीम गुरुवार सुबह प्रसिद्ध तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची। वैज्ञानिकों की टीम ने अपने साथ चंद्रयान-3 का एक लघु मॉडल भी साथ रखा था।
चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को भारतीय समय के अनुसार दोपहर 2.35 बजे लॉन्च किया जाना है। इसे आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। इसरो के इस मिशन का मकसद चांद पर उतारना और शोध करना है।
#WATCH | Andhra Pradesh | A team of ISRO scientists team arrive at Tirupati Venkatachalapathy Temple, with a miniature model of Chandrayaan-3 to offer prayers.
— ANI (@ANI) July 13, 2023
Chandrayaan-3 will be launched on July 14, at 2:35 pm IST from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota, ISRO had… pic.twitter.com/2ZRefjrzA5
चंद्रयान-3 के लिए उल्टी गिनती आज से शुरू
इसरो ने चंद्रयान-तीन मिशन के लिए ‘मिशन तत्परता समीक्षा’ (एमआरआर) पूरी कर ली है। इसरो के अनुसार उल्टी गिनती आज शुरू होगी। इससे पहले इसरो ने इस सप्ताह प्रक्षेपित किये जाने वाले चंद्रयान-3 मिशन के लिए संपूर्ण प्रक्षेपण तैयारी और प्रक्रिया का 24 घंटे का प्रक्षेपण पूर्वाभ्यास किया।
गौरतलब है कि चंद्रयान-3 मिशन इसरो का चंद्रमा पर उतरने का एक और प्रयास करने को तैयार है। इसके लिए चांद पर एक बड़ा ‘लैंडिंग स्थल’ निर्दिष्ट किया गया है। इसरो ने कहा कि इस बार इसने "विफलता-आधारित डिज़ाइन" का विकल्प चुना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कुछ चीजें गलत होने पर भी लैंडर चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर सके।
यह मिशन सितंबर 2019 में भेजे गए चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है जो एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण चंद्र सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने में असफल रहा था।