ISRO ने GSAT-30 को परिचालन कक्षा के नजदीकी कक्षा में स्थापित किया, जानें इसकी खासियत
By भाषा | Updated: January 21, 2020 18:18 IST2020-01-21T18:18:34+5:302020-01-21T18:18:34+5:30
जीसैट-30 की कार्य अवधि 15 साल है और यह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए एक परिचालन संचार उपग्रह है।

ISRO ने GSAT-30 को परिचालन कक्षा के नजदीकी कक्षा में स्थापित किया, जानें इसकी खासियत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा है कि उसने सोमवार को संचार उपग्रह जीसैट-30 को उसकी परिचालन कक्षा के निकटस्थ कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है। इस उपग्रह को 17 जनवरी को फ्रेंच गुयाना से एरियन 5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि कक्षा में स्थापित करने के लिए प्रणोदन प्रणाली के संचालन की कुल अवधि दो घंटे 29 मिनट थी। इसके साथ ही इसरो ने परिचालन कक्षा के नजदीकी कक्षा में उपग्रह को स्थापित करने में कामयाबी हासिल की है।
इसरो ने एक बयान में बताया, “उपग्रह के सौर पैनल और एंटेना को लगा दिया गया है और उपग्रह को 35,826 किमी के भूसमीपक (पृथ्वी से निकटतम बिंदु) और 35,913 किमी के ऐपजी (पृथ्वी से दूरस्थ बिंदु) तथा 0.11 डिग्री के झुकाव के साथ एक कक्षा में स्थापित किया गया है।” जीसैट-30 की कार्य अवधि 15 साल है और यह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए एक परिचालन संचार उपग्रह है।