इराक की मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने इराक में रह रहे भारतियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर इराक में रह रहे भारतीय नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा 'बगदाद में हमारे हाई कमीशन और इरबिल स्थित काउंसुलेट सामान्य कामकाज जारी रखेंगे और इराक में रह रहे भारतीयों को सभी प्रकार की सेवाएं जारी रखेंगे।'
इसके अलावा भारत ने अपने विमानों को ईरान, खाड़ी देशों और इराक के एयरस्पेस का प्रयोग नहीं करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। वहीं, ईरान की राजधानी तेहरान स्थित इमाम खुमैनी हवाई अड्डे के पास एक यात्री विमान क्रैश हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई की मानें तो यह विमान यूक्रेन का था और इसमें 180 यात्री सवार थे। जबकि ईरानी मीडिया के अनुसार तकनीकी खराबी के चलते विमान क्रैश हो गया है। इसके साथ ही न्यूक्लियर प्लांट वाले क्षेत्र बुशहर में भूकंप के झटके की भी सूचना है। इन सब कारणों को देखते हुए एडवाइजरी जारी की गई है।
अमेरिका ने असैन्य विमानों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया
अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने मंगलवार को कहा कि उसने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम इराक में अमेरिकी बलों पर रॉकेट हमलों के बाद उठाया गया। एफएए ने एक बयान में कहा, ‘‘ आज रात नोटिस जारी कर अमेरिकी असैन्य उड़ान संचालकों के विमान संबंधी प्रतिबंधों के बारे में सूचित किया गया। इसमें इराक, ईरान के हवाई क्षेत्र पर और अरब की खाड़ी तथा ओमान की खाड़ी के जल क्षेत्र पर संचालन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।’’ इसमें आगे कहा गया, ‘‘ एफएए पश्चिम एशिया में घटनाओं पर करीबी नजर बनाए रखेगा । ’’ गौरतलब है कि ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं।
ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डों पर दागी मिसाइलें
ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं। बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने ईरान के मिसाइल हमले की पुष्टि करते हुए कहा, 'हम युद्ध में हुए प्रारंभिक नुकसान का आकलन कर रहे हैं।’’ हॉफमैन ने बताया कि सात जनवरी को शाम साढ़े पांच बजे 'ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बलों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी।' उन्होंने कहा, 'यह स्पष्ट है कि ये मिसाइलें ईरान ने दागी और इराक में अल-असद और एरबिल स्थित कम से कम दो इराकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं।'
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प को मौजूदा स्थिति की जानकारी दे दी गई है। ग्रिशम ने कहा, ‘‘ हम इराक में अमेरिकी केन्द्रों पर हमले की खबरों से वाकिफ हैं। राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दे दी गई है और वह स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं तथा राष्ट्रीय सुरक्षा दल से परामर्श कर रहे हैं।'
गौरतलब है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के अगुवा हुसैन सलामी ने अमेरिका के समर्थन वाले स्थानों को “आग के हवाले” करने की मंगलवार को धमकी दी थी। सलामी ने कर्मन के एक चौराहे पर जमा हुए हजारों लोगों के सामने यह प्रतिज्ञा ली थी। कर्मन मृतक जनरल कासिम सुलेमानी का गृह प्रदेश है। सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं।