केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट पर रोक से बड़ी आतंकी घटनाओं को टालने में मदद मिली
By भाषा | Updated: October 30, 2019 06:08 IST2019-10-30T06:08:36+5:302019-10-30T06:08:36+5:30
जम्मू-कश्मीर: डोडा और किश्तवाड़ जिलों में 'दिशा' के नाम से मशहूर जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की अलग-अलग बैठकों में सिंह ने कहा कि इंटरनेट पर रोक के कारण किश्तवाड़ में कई आतंकवादियों का सफाया संभव हो सका।

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केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने से पिछले दो महीनों में कुछ बड़ी आतंकी घटनाओं को रोकने में मदद मिली है। सिंह ने कहा कि इंटरनेट पर रोक का विरोध करने वाले लोगों का जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के जारी रहने में निहित स्वार्थ है या वे भारत की संप्रभुता और आम आदमी की सुरक्षा की कीमत पर राजनीति करना चाहते हैं।
डोडा और किश्तवाड़ जिलों में 'दिशा' के नाम से मशहूर जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की अलग-अलग बैठकों में सिंह ने कहा कि इंटरनेट पर रोक के कारण किश्तवाड़ में कई आतंकवादियों का सफाया संभव हो सका। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि इंटरनेट पर रोक से किश्तवाड़ और चिनाब क्षेत्र के अन्य हिस्सों में सक्रिय आतंकवादियों का सफाया करने में भी मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता इंटरनेट पर रोक को लेकर लगातार हंगामा कर रहे हैं क्योंकि वे ‘‘आतंकवाद के लाभार्थी’’ हैं और पिछले तीन दशकों में उनकी राजनीति ‘‘आतंकवाद के भय के कारण निराशाजनक मतदान के कारण बची रह सकी है।’’
उन्होंने कहा कि लेकिन अधिक दयनीय स्थिति जम्मू क्षेत्र में कुछ तत्वों के मामले को लेकर है जो आतंकवाद समर्थक शब्दजाल में फंस गए हैं और इंटरनेट पर रोक की आलोचना कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि इन राजनीतिक कार्यकर्ताओं के पास कोई मुद्दा नहीं है और इसलिए वे आम आदमी के जीवन की कीमत पर भी कोई मुद्दा बनाने को बेताब हैं।