‘ओमीक्रोन’ से उबरे उद्योगपति पाबंदियों की समय-सीमा समाप्त होने के बाद 14 दिन तक पृथक-वास में
By भाषा | Updated: December 22, 2021 10:35 IST2021-12-22T10:35:11+5:302021-12-22T10:35:11+5:30

‘ओमीक्रोन’ से उबरे उद्योगपति पाबंदियों की समय-सीमा समाप्त होने के बाद 14 दिन तक पृथक-वास में
नयी दिल्ली, 22 दिसंबर कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से हाल ही में उबरे दिल्ली के उद्योगपति साहिल ठाकुर ने बताया कि वह अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अब घर पर पृथक-वास में हैं और उनके घर से कोई बाहर ना जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ सुरक्षा कर्मी उनके घर के बाहर तैनात हैं।
रोहिणी के निवासी ठाकुर (27) दुबई से दिल्ली लौटने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
उन्होंने बताया कि पृथक-वास की पाबंदियों से जुड़ी समय-सीमा खत्म होने के बावजूद ‘‘ मुझे कहा गया है कि मुझे 14 दिन तक घर में रहना होगा और समय-समय पर चिकित्सक मेरे स्वास्थ्य की जांच करेंगे।’’
ठाकुर ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 की पहली लहर के दौरान भी वह संक्रमण की चपेट में आए थे और उन्हें स्वाद और गंध महसूस नहीं होते थे। हालांकि उन्हें बुखार या खांसी नहीं थी।
कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के मामले अब भारत सहित कई देशों में सामने आ रहे हैं और इससे एक बार फिर लोगों में संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ गई है। संक्रमण की पहली दो लहरों ने लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भारत में ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के अभी तक 213 मामले सामने आ चुके हैं।
दिल्ली में पांच दिसंबर को ‘ओमीक्रोन’ का पहला मामला सामने आया था। तंजानिया से दिल्ली लौटा 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाया गया था। अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।
ठाकुर ने बताया कि हाल ही में व्यापार के सिलसिले में वह दुबई गए थे और चार दिसंबर की रात दिल्ली लौटे, उसके बाद से ही वह पृथक-वास में थे। सात दिसंबर को उन्हें मुंबई जाना था और इसके लिए छह दिसंबर को उन्होंने कोविड-19 संबंधी जांच कराई, जिसमें वह संक्रमित पाए गए। दो दिन बाद अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वह ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं।
उन्होंने बताया कि पहले उनके अनुरोध पर 11 दिसंबर तक उन्हें घर में रहने की अनुमति दी गई, लेकिन फिर एक एम्बुलेंस आई और उन्हें लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल ले भर्ती कराया गया।
ठाकुर, पहले 12 दिसंबर को और फिर 15 दिसंबर को संक्रमण मुक्त पाए गए और आखिरकार 16 दिसंबर को घर लौटे।
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