भारत का टीका का प्रयास वास्तव में ‘वैक्सीनयान’ है क्योंकि यह पूरी दुनिया में जा रहा है : डीबीटी सचिव
By भाषा | Updated: April 3, 2021 22:40 IST2021-04-03T22:40:24+5:302021-04-03T22:40:24+5:30

भारत का टीका का प्रयास वास्तव में ‘वैक्सीनयान’ है क्योंकि यह पूरी दुनिया में जा रहा है : डीबीटी सचिव
नयी दिल्ली, तीन अप्रैल कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत का टीके का प्रयास वास्तव में ‘वैक्सीनयान’ है क्योंकि यह पूरी दुनिया में जा रहा है। यह बात शनिवार को जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने शनिवार को कही।
उन्होंने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्रों में क्रांति की है, जहां उसे उत्कृष्टता हासिल है और इसी तरह टीका के क्षेत्र में इसका प्रयास जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति है।
उन्होंने एक विज्ञान समाचार वेबसाइट से कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह ऐसा क्षण है जब हम वैज्ञानिक क्रांति लाए हैं। यह वैज्ञानिक क्रांति को प्रदर्शित करता है। परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में हमारी अपनी ताकत है। वास्तव में यह विज्ञान है, जैव प्रौद्योगिकी है जिसके जरिय क्रांति हुई है। निश्चित रूप से हम इसे वर्ष का टीका क्षण या वैक्सीनयान कह सकते हैं।’’
क्लीनिकल ट्रायल के लिए ढांचा विकास और टीका निर्माताओं को आवश्यक सहयोग कर डीबीटी ने टीका विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास केवल टीके तक सीमित नहीं है बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संपूर्ण मजबूती को दर्शाता है।
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