एचपीसीएल की पाइपलाइन के लिए हरियाणा में भारत की सबसे लंबी ड्रोन उड़ान : रोबोटिक्स कंपनी का दावा
By भाषा | Updated: November 7, 2021 11:46 IST2021-11-07T11:46:38+5:302021-11-07T11:46:38+5:30

एचपीसीएल की पाइपलाइन के लिए हरियाणा में भारत की सबसे लंबी ड्रोन उड़ान : रोबोटिक्स कंपनी का दावा
नयी दिल्ली, सात नवंबर रोबोटिक्स और ड्रोन निर्माण क्षेत्र की एक कंपनी ने दावा किया है कि उसने हरियाणा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की पाइपलाइन का सर्वेक्षण करने के लिए भारत में 51 किलोमीटर की सबसे लंबी ड्रोन उड़ान संचालित की है।
‘ओमनीप्रेजेन्ट रोबोट टेक्नोलॉजीज़’ के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आकाश सिन्हा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘ओमनी-हंसा वी5’ ड्रोन की 51 किलोमीटर लंबी उड़ान तीन नवंबर को हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत में पिछली सबसे लंबी ड्रोन उड़ान 42 किलोमीटर की थी।’’ सिन्हा ने कहा कि उड़ान भरने से लेकर उतरने तक, ड्रोन का स्वचालित परिचालन हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ड्रोन पर ट्रैकिंग का सिस्टम था। हम इसे अपने 4जी नेटवर्क पर अपने ट्रैकर के साथ ट्रैक कर सकते थे।’’
उन्होंने कहा कि एचपीसीएल ‘ओमनी हंसा वी5’ की रेंज को 100-200 किलोमीटर तक बढ़ाना चाहती है। ‘ओमनी हंसा वी5’ ड्रोन किसी हेलीकॉप्टर की तरह उड़ान भर सकता है और उतर सकता है इसलिए इसे रनवे की जरूरत नहीं है। सिन्हा ने कहा कि एक बार यह ड्रोन हवा में होता है तो यह एक विमान की तरह उड़ता है। इस ड्रोन को हाइब्रिड फिक्स्ड-विंग वीटीओएल (वर्टिकल टेक ऑफ एंड लैंडिंग) ड्रोन कहा जाता है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘हमने भारत की सबसे लंबी ड्रोन उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की। हमने एचपीसीएल की पाइपलाइन के लिए 51 किलोमीटर तक ड्रोन उड़ाया।’’
उन्होंने कहा कि यह उड़ान दिल्ली और हरियाणा के बीच एचपीसीएल की पाइपलाइन का सर्वेक्षण करने के लिए हुई थी। यह पाइपलाइन हरियाणा में बहादुरगढ़ से शुरू होती है। उड़ान प्रदर्शन के दौरान एचपीसीएल के अधिकारी भी मौजूद थे। उड्डयन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के नियमों के अनुसार उड़ान अधिकतम 400 फीट की ऊंचाई तक गई।
सिन्हा ने कहा कि ओमनीप्रेजेन्ट ने पिछले एक साल में 100 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है और अगले 3-4 वर्षों में इसके तीन से पांच गुना बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कंपनी का लक्ष्य अगले चार साल में 1,000 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य हासिल करना है। वर्तमान में, कंपनी भारतीय ई-कॉमर्स मंच के साथ भी काम कर रही है जो वस्तुओं की आपूर्ति के लिए ड्रोन तैनात करना चाहते हैं।
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