रेलवे अपने यात्रियों के लिए 150 प्राइवेट ट्रेनों को शुरू करने का विचार कर रही है। फिलहाल इन प्राइवेट ट्रेनों के रूट पर विचार चल रहा है। इकोनोमिक्स टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक रेलवे बोर्ड के चेयरमेन विनोद कुमार यादव ने यह जानकारी दी है। अच्छी बात यह यह है कि इस योजना को 4 से 5 वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा है कि लोगों की जरूरत के हिसाब से अगले 4-5 सालों मने हम ट्रेन उपलब्ध करा पाएंगे। इसके बाद लोगों के लिए वोटिंग लिस्ट ख़त्म कर दी जाएगी। वोटिंग लिस्ट खत्म होने के बाद लोगों को ट्रेनों की जरूरत होगी। ऐसे में उन्हें प्राइवेट ट्रेनों की खासा जरूरत पड़ सकती है।
कुमार ने यह भी बताया कि 150 ट्रेनों की शुरूआत एक साथ ही की जाएगी। उन्होंने कहा 'इसको लेकर अभी काम चल रहा है। हम इन ट्रेनों को दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा कॉरिडोर के अलावा अन्य रूट पर भी चलाएंगे। लागत की बात करते हुए उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकत्ता रूट के लिए लगभग 13000 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है।
बता दें कि देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के किराया का पता चल गया है। आईआरसीटीसी की तेजस एक्सप्रेस में लखनऊ से नई दिल्ली की टिकट की कीमत एसी चेयर कार के लिए 1,125 रुपये और एक्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए 2,310 रुपये होगी।