भारतीय अमेरिकी चिकित्सकों के दल ने किसानों की मदद के लिए वापसी टाली
By भाषा | Updated: December 18, 2020 19:15 IST2020-12-18T19:15:24+5:302020-12-18T19:15:24+5:30

भारतीय अमेरिकी चिकित्सकों के दल ने किसानों की मदद के लिए वापसी टाली
(त्रिशा मुखर्जी)
नयी दिल्ली, 18 दिसंबर अमेरिका के 20 भारतीय चिकित्सकों ने टिकरी सीमा पर चिकित्सा सेवाएं देने की खातिर अपनी वापसी टाल दी है। सीमा पर हजारों किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और तीन हफ्ते से भी अधिक समय से यहां डटे हुए हैं।
दल के एक चिकित्सक स्वैमान सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब 20 दिन पहले टिकरी में चिकित्सा शिविर लगाया था और तब से ही बीमार किसानों के इलाज में जुटे हैं।
ह्रदयरोग विशेषज्ञ सिंह ने बताया, ‘‘हम हर साल भारत आते हैं और जरूरतमंदों के इलाज के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाते हैं। इस वर्ष जो सबसे अधिक जरूरतमंद हैं, वे ये किसान हैं इसलिए हम यहां हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपने वार्षिक चिकित्सा शिविर दौरे के लिए हम करीब तीन महीने पहले यहां आए थे। हमें एक महीने में लौटना था लेकिन किसानों के इलाज के लिए रूक गए।’’
खुद एक किसान परिवार से आने वाले सिंह ने कहा कि जब तक किसानों को उनकी जरूरत होगी, वे यहीं रहेंगे। उन्होंने बताया कि भारत के चिकित्सक चिकित्सा आपूर्ति के लिए उन्हें मदद दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन वह कम से कम 1,500-2,000 मरीजों को देख रहे हैं और उनमें जो समस्या आम है वह है ‘‘तनाव’’।
उन्होंने कहा, ‘‘तनाव की समस्या के साथ प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। यही वजह है कि यहां बड़ी संख्या में लोग बुखार, उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं तथा उनके कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने की आशंका है।’’
किसानों को मास्क पहनने का सुझाव देने के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा कि ज्यादातर किसान मास्क पहनने से इनकार कर रहे हैं जिसका एक कारण है जारूकता की कमी और दूसरी बात यह है कि उन्हें मास्क की आड़ में उपद्रवियों द्वारा गड़बड़ी फैलाने की आशंका है।
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