पणजी: गोवा के महादेई वन्यजीव अभयारण्य में लगी आग को बुझाने के लिए भारतीय वायुसेना ने Mi-17 हेलीकॉप्टर को उतारा है। इस Mi-17 हेलीकॉप्टर के जरिए जंगल की आज को बुझाने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए ऊपर से पानी की बारिश करवाई जा रही है।
ऐसे में न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमें Mi-17 हेलीकॉप्टर को आग बुझाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में हेलीकॉप्टर के जरिए पानी को आसमान में ले जाकर जगंलो पर छिटका जा रहा है।
गोवा के जंगलों में लगी आग को हो रही है बुझाने की कोशिश
आपको बता दें कि न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें यह देखा गया है कि भारतीय वायुसेना ने Mi-17 हेलीकॉप्टर आसमान में उड़ रहा है और वह अपने साथ पानी लिए हुए है। एजेंसी के अनुसार, जगंल में प्रभावित क्षेत्रों से आग को बुझाने के लिए करीब 25 हजार लीटर पानी लिया गया है।
इस पानी को भारतीय वायुसेना ने Mi-17 हेलीकॉप्टर द्वारा आसमान में ले जाया गया है और वहां से प्रभावित क्षेत्रों में डाला गया है ताकि यहां पर लगी आग जल्द से जल्द बुझ जाए। बता दें कि इस वीडियो को भारतीय वायुसेना ने जारी किया है जिसे एजेंसी ने अपने हैंडेल से शेयर किया है।
आग को लेकर पूर्व में क्या बोले थे रक्षा विभाग
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता की अगर माने तो कर्नाटक की सीमा से सटे गोवा के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित महादेई अभयारण्य के जंगलों में पिछले कई दिनों से कुछ स्थानों पर आग हुई है, जिसे बुझाने के लिए नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने कई उड़ानें भरी है।
इससे पहले भारतीय नौसेना के गोवा नौसैनिक क्षेत्र ने एक ट्वीट में कहा था कि “गोवा में जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू पाने में राज्य प्रशासन की लगातार मदद कर रहे हैं। भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने आठ मार्च को कई उड़ानें भरीं। उन्होंने कोर्टलिम और मोरलेम में लगभग 17 टन पानी का छिड़काव किया।” आपको बता दें कि मोरलेम महादेई वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है, जबकि कोर्टलिम वह स्थान है, जहां आग लगने की सूचना मिली थी।
नौसेना ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “छह मार्च को राज्य के वन विभाग से जंगलों में आग लगने की सूचना मिलने के बाद भारतीय नौसेना ने मुंबई और कोच्चि से फौरन इस अभियान में हेलीकॉप्टरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ‘लार्ज एरिया एरियल लिक्विड डिस्पर्सन इक्विपमेंट’ (एलएएएलडीई) भेजे। एलएएएलडीई से लैस हेलीकॉप्टरों ने प्रभावित क्षेत्रों में 26 से अधिक उड़ानें भरीं।”
भाषा इनपुट के साथ