करतारपुर गलियारे को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच 4 सितंबर को हो सकती है तीसरी बैठक!

By भाषा | Updated: September 1, 2019 14:28 IST2019-09-01T14:28:17+5:302019-09-01T14:28:17+5:30

पाकिस्तान भारतीय सीमा से लेकर गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है जबकि डेरा बाबा नानक से लेकर सीमा तक दूसरे हिस्से का निर्माण भारत करेगा।

India-Pakistan's third meeting regarding Kartarpur corridor to be held on 4th September, at Attari | करतारपुर गलियारे को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच 4 सितंबर को हो सकती है तीसरी बैठक!

करतारपुर गलियारे को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच 4 सितंबर को हो सकती है तीसरी बैठक!

Highlightsकरतारपुर गलियारे के तकनीकी पहलुओं पर भारत-पाकिस्तान के बीच चर्चा का दौर जारी है।इस मुद्दे पर तीसरी बैठक 4 सितंबर को अटारी में हो सकती है।

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के अधिकारियों ने करतारपुर गलियारे के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा का दौर जारी है। समाचार एजेंसी ने पाकिस्तानी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस मुद्दे पर तीसरी बैठक 4 सितंबर को अटारी में हो सकती है। केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद दोनों देशों के बीच शुक्रवार को पहली बैठक हुई थी। यह बैठक ‘जीरो प्वाइंट’ पर हुई। 

यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा और भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को वीजा मुक्त आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगा। सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल अनुमति लेनी होगी। करतारपुर साहिब की स्थापना गुरू नानक देव ने 1522 में की थी। 

पाकिस्तान और भारत गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर 12 नवंबर को लाहौर से करीब 125 किलोमीटर दूर नारोवाल में गलियारे के उद्घाटन के संबंध में तौर-तरीकों पर विचार कर रहे हैं। करतारपुर गलियारे को लेकर पिछले कुछ महीनों में कई दौर की बैठकें हुई हैं जिनमें दोनों पक्षों के विशेषज्ञों ने प्रस्तावित क्रॉसिंग बिंदुओं के संरेखण, समन्वय और अन्य तकनीकी पहलुओं पर बात की है। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने जुलाई में अटारी-वाघा सीमा पर पाकिस्तान की ओर एक बैठक की थी जिसमें करतारपुर गलियारे के तौर-तरीकों पर बातचीत की गई थी। यह गलियारा 1947 में भारत की आजादी के बाद से दोनों पड़ोसी देशों के बीच पहला वीजा मुक्त गलियारा भी होगा। 

पाकिस्तान भारतीय सीमा से लेकर गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है जबकि डेरा बाबा नानक से लेकर सीमा तक दूसरे हिस्से का निर्माण भारत करेगा। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। कश्मीर पर भारत के कदम को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने नयी दिल्ली के साथ राजनयिक संबंधों का दर्जा कम कर दिया था और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया था। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पिछले साल 26 नवंबर को डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब गलियारे (अंतरराष्ट्रीय सीमा तक) की पंजाब के गुरदासपुर जिले के मान गांव में नींव रखी थी। इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर को चार किलोमीटर लंबे गलियारे की आधारशिला रखी थी जिसके साल 2019 के समाप्त होने से पहले पूरा होने की उम्मीद है।

Web Title: India-Pakistan's third meeting regarding Kartarpur corridor to be held on 4th September, at Attari

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