चीन में फंसे दो जहाजों के मुद्दे को तत्परता से उठा रहा है भारत : विदेश मंत्रालय

By भाषा | Updated: January 1, 2021 18:01 IST2021-01-01T18:01:48+5:302021-01-01T18:01:48+5:30

India is promptly raising the issue of two stranded ships in China: External Affairs Ministry | चीन में फंसे दो जहाजों के मुद्दे को तत्परता से उठा रहा है भारत : विदेश मंत्रालय

चीन में फंसे दो जहाजों के मुद्दे को तत्परता से उठा रहा है भारत : विदेश मंत्रालय

नयी दिल्ली, एक जनवरी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पिछले कुछ महीनों से चीनी जलक्षेत्र में फंसे दो जहाजों एवं उन पर पर सवार चालक दल के 39 भारतीय सदस्यों की मानवीय जरूरतों का ध्यान रखने और इस मुद्दे का जल्द समाधान निकालने के लिये बीजिंग, हेबेई एवं तियानजिन स्थित चीनी प्रशासन के साथ भारतीय उच्चायोग लगातार सम्पर्क में है। इसके अलावा विदेश मंत्रालय भी नयी दिल्ली स्थित चीनी दूतावास से सम्पर्क बनाये हुए है ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने अपने बयान में कहा कि मालवाहक पोत एमवी जग आनंद 13 जून से चीन के हुबेई प्रांत में जिंगटांग बंदरगाह के पास खड़ा है और उस पर 23 भारतीय नागरिक चालक दल के रूप में सवार हैं ।

उन्होंने बताया कि एक अन्य पोत एमवी अनासतासिया पर 16 भारतीय नागरिक चालक दल के रूप में हैं और यह 20 सितंबर से चीन के कोओफिदियन बंदरगाह के पास खड़ा है और माल के निपटारे का इंतजार कर रहा है ।

उन्होंने कहा कि इस अप्रत्याशित स्थिति के कारण चालक दल के सदस्य काफी दबाव में हैं और ऐसी स्थिति में इन दोनों मामलों को तत्परता से आगे बढ़ाया जा रहा है ।

श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि दूसरे देशों के कई अन्य जहाज अपना माल उतारने की बारी का इंतजार कर रहे हैं।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बीजिंग में हमारे उच्चायोग ने लगातार इन दोनों मामलों को चीन के विदेश मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष उठाया है और उनसे आग्रह कर रहा है कि जहाज को लंगर डालने और / या चालक दल को बदलने की अनुमति दी जाए।’’

उन्होंने बताया कि भारत के राजदूत ने व्यक्तिगत तौर पर चीन के विदेश उपमंत्री के समक्ष उठाया है । मंत्रालय भी इस मुद्दे पर चीनी उच्चायोग के सम्पर्क में है ।

श्रीवास्तव ने कहा कि चीनी प्रशासन ने हमें बताया है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर कई तरह के प्रतिबंध लगाने के कारण इन बंदरगाहों पर चालक दल में बदलाव की अनुमति नहीं दी गई ।

उन्होंने कहा कि चीन के विदेश मंत्रालय ने नवंबर 2020 में बताया था कि जिंगटांग बंदरगाह पर चालक दल में बदलाव व्यवहार्य नहीं है और जहाज कंपनी के मालिक/एजेंट चीन के तियानजिन बंदरगाह पर चालक दल में बदलाव के लिये आवेदन कर सकते हैं तथा स्थानीय प्रशासन अनुरोध प्राप्त होने पर इस पर विचार करेगा ।

प्रवक्ता ने कहा कि संबंधित जहाज कंपनियों से चालक दल में बदलाव को लेकर तेजी से आवेदन करने को कहा गया है ।

उन्होंने बताया कि जहाज कंपनियां जहाज को वर्तमान स्थिति से लंगर तक ले जाने के लिये लाजिस्टिक सुविधाओं के बारे में आकलन कर रही है, वहीं हमारा उच्चायोग तियानजिन में संबंधित प्राधिकार के साथ चालक दल में बदलाव की मंजूरी को लेकर सम्पर्क में है ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम समझते हैं कि एमवी अनासतासिया समुद्र में कोओफिदियन बंदरगाह पर वर्तमान स्थिति से ही चालक दल में बदलाव की संभावना तलाश रहा है ।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उच्चायोग ने कल (बृहस्पतिवार) को चीनी प्राधिकारियों को विकल्प का प्रस्ताव दिया और इस बारे में उनसे मंजूरी मांगी । ’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमने चीन के विदेश मामलों के मंत्रालय के बयान को देखा है जो जरूरी सुविधा एवं मदद पहुंचाने को लेकर है ।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि जहाज पर उत्पन्न मानवीय स्थिति को देखते हुए यह सहायता तत्परता तथा व्यवहारिक एवं समयबद्ध तरीके से प्रदान की जाएगी । ’’

श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार इस गतिरोध का जल्द समाधान निकालने के साथ चालक दल की मानवीय जरूरतों का ध्यान रखने के लिये चीनी प्रशासन के साथ नियमित सम्पर्क बनाए हुए है।

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Web Title: India is promptly raising the issue of two stranded ships in China: External Affairs Ministry

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