केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि भारत कोरोना वायरस को एक चुनौती के रूप में लेने वाला पहला देश है, जिसने कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद प्रतिक्रिया दी थी और हमने तभी से इस पर काम करना शुरू कर दिया था।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "भारत दुनिया के उन पहले देशों में शामिल है, जिसने 7 जनवरी को चीन द्वारा इस संक्रमण की जानकारी देने के बाद प्रतिक्रिया दी थी और इसे चुनौती के रूप में लिया था।"
उन्होंने कहा, "भारत ने सबसे पहले 8 जनवरी को वायरस के संदर्भ में अपनी विशेषज्ञ समूह के साथ बैठक की थी और काम करना शुरू किया था। 17 जनवरी को हमने स्वास्थ्य परामर्श भी जारी किए।"
बता दें कि पूरे देश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 11933 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 392 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और 1344 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है। भारत में कोरोना वायरस से पॉजिटिव मामलों के 10197 एक्टिव केस हैं।
दुनियाभर में कोरोना वायरस की चपेट में अब तक 20 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं, जिसमें से 1.27 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि 4.89 लाख से ज्यादा लोग अब तक इस महामारी से ठीक भी हो चुके हैं।