अफगानिस्तान से 168 लोगों को लेकर हिंडन एयरबेस उतरा भारतीय वायुसेना का C-17 विमान
By भाषा | Updated: August 22, 2021 10:49 IST2021-08-22T10:09:29+5:302021-08-22T10:49:51+5:30
इससे पहले सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी। भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों और वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था।

भारतीय वायु सेना का विमान 198 भारतीयों को लेकर भारत पहुंचा
काबुल: काबुल पर एक सप्ताह पहले तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की राजधानी में खराब होती सुरक्षा स्थिति के बीच भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक सैन्य परिवहन विमान ने काबुल से 107 भारतीयों समेत 168 लोगों को रविवार को वहां से निकाला। ये विमान रविवार सुबह गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंच गया। इन सभी लोगों का पहले कोविड टेस्ट किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान में 87 अन्य भारतीयों और दो नेपाली नागरिकों को शनिवार को काबुल से ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे ले जाया गया और यह समूह रविवार तड़के वहां से एअर इंडिया के एक विशेष विमान से दिल्ली पहुंचा। इस बीच, अमेरिका और नाटो के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाए गए 135 लोगों का एक समूह भी भारत पहुंचा।
#WATCH | 168 passengers, including 107 Indian nationals, arrive at Hindon IAF base in Ghaziabad from Kabul, onboard Indian Air Force's C-17 aircraft
— ANI (@ANI) August 22, 2021
Passengers are yet to come out of the airport as they will first undergo the #COVID19 RT-PCR test.#Afghanistanpic.twitter.com/x7At7oB8YK
ऐसा बताया जा रहा है कि काबुल से दोहा लाए गए भारतीय अफगानिस्तान स्थित कई विदेशी कंपनियों के कर्मी हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीयों की निकासी जारी है। भारत के 107 नागरिकों समेत 168 यात्री भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से काबुल से दिल्ली लाए जा रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि विमान में कई बड़े सिख नेता भी हैं। बागची ने देर रात करीब एक बजकर 20 मिनट पर ट्वीट किया, ‘‘अफगानिस्तान से भारतीयों को वापस लाया जा रहा है। एआई1956 विमान ताजिकिस्तान से कुल 87 भारतीयों को नयी दिल्ली ला रहा है। दो नेपाली नागरिकों को भी लाया जा रहा है।
इसमें दुशाम्बे में स्थित भारत के दूतावास ने सहायता की। लोगों को निकालने के लिए और उड़ानों का प्रबंधन किया जाएगा।’’ तालिबान के पिछले रविवार को काबुल पर कब्जा जमाने के बाद भारत अफगान राजधानी से पहले ही भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिये वहां से निकाल चुका है।
सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी। भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों और वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था। अमेरिकी सैनिकों की वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में इस महीने तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है।
अमेरिका की मदद से करीब 200 भारतीयों को निकालने के मिशन को अंजाम दिया गया। इन लोगों की वापसी के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब ध्यान अफगानिस्तान की राजधानी से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर होगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार के लिए तात्कालिक प्राथमिकता अफगानिस्तान में फिलहाल रह रहे सभी भारतीय नागरिकों के बारे में सटीक सूचना प्राप्त करना है। मंत्रालय ने भारतीयों के साथ ही उनके नियोक्ताओं से अनुरोध किया है कि वे विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ के साथ प्रासंगिक विवरण तत्काल साझा करें।
एक अनुमान के मुताबिक, अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए वह अमेरिका एवं अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय से काम कर रहा है।