भारत ने 2021-22 में रिकॉर्ड 13 हजार करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया, 70 प्रतिशत निजी क्षेत्रों का रहा योगदान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे सम्मानित
By अनिल शर्मा | Published: July 9, 2022 02:27 PM2022-07-09T14:27:13+5:302022-07-09T14:31:26+5:30
नयी दिल्लीः भारत ने 2021-22 में रिकॉर्ड 13,000 करोड़ रुपये की रक्षा वस्तुओं और प्रौद्योगिकी का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 54.1 प्रतिशत ज्यादा है। एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने शुक्रवार यह जानकारी दी। निर्यात में 70 प्रतिशत योगदान निजी क्षेत्र से और शेष 30 प्रतिशत सार्वजनिक क्षेत्र से हुआ। गौरतलब है कि देश का रक्षा निर्यात मुख्य रूप से अमेरिका, फिलीपींस और दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के अन्य देशों में होता है।
रक्षा उत्पादन विभाग के अपर सचिव संजय जाजू ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “2021-22 में हमने 13,000 करोड़ रुपये का निर्यात दर्ज किया है जो रक्षा क्षेत्र में दर्ज निर्यात का अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है।” उन्होंने कहा कि 2021-22 में निर्यात लगभग पांच साल पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा था। भारत का रक्षा निर्यात 2020-21 में 8,434 करोड़ रुपये, 2019-20 में 9,115 करोड़ रुपये और 2015-16 में 2,059 करोड़ रुपये का था। संजय जाजू ने आगे कहा कि अच्छी प्रगति हुई है। बेशक, कोविड-19 के दो साल थोड़ा झटका देने वाले थे। लेकिन इस साल हम यह आंकड़ा (13,000 करोड़ रुपये) दर्ज करने में सफल रहे हैं।”
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी में सबसे बड़ा निर्यात 375 मिलियन डॉलर (2,770 करोड़ रुपए) का ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का था जिसे फिलीपींस को निर्यात किया गया। , जो देश के साथ-साथ इंडोनेशिया जैसे अन्य आसियान देशों के साथ इस तरह के और सौदों का मार्ग प्रशस्त करेगा। वियतनाम, जैसा कि पहले टीओआई द्वारा रिपोर्ट किया गया था। रक्षा निर्यात को लेकर सोमवार को पहली बार "रक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता" संगोष्ठी और प्रदर्शनी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक निजी क्षेत्र के संगठन और सार्वजनिक क्षेत्र से एक अन्य को पुरस्कृत करेंगे, जिसने इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि इस आयोजन के दौरान रक्षा में अनुप्रयोगों के साथ 75 नव विकसित एआई उत्पादों और प्रौद्योगिकियों को लॉन्च किया जाएगा। जिनमें उत्पाद स्वचालन / मानव रहित / रोबोटिक्स सिस्टम, साइबर सुरक्षा, मानव व्यवहार विश्लेषण, इंटिलिजेंट मॉनिटरिंग सिस्टम, रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, भाषण / ध्वनि विश्लेषण और C4ISR (कमांड, नियंत्रण, संचार, कंप्यूटर और खुफिया, निगरानी और टोही) प्रणाली शामिल हैं। लॉन्च किए जा रहे 75 उत्पादों के अलावा 100 अन्य विकास के विभिन्न चरणों में हैं।