50 वर्ष में भारत गरीबी, बीमारी से मुक्त हो सकता है : नारायणमूर्ति
By भाषा | Updated: July 16, 2021 21:49 IST2021-07-16T21:49:41+5:302021-07-16T21:49:41+5:30

50 वर्ष में भारत गरीबी, बीमारी से मुक्त हो सकता है : नारायणमूर्ति
गुवाहाटी, 16 जुलाई इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि अभी से 50 वर्ष बाद भारत गरीबी, बीमारी और कुपोषण से मुक्त हो सकता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के 23वें दीक्षांत समारोह को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नारायण मूर्ति ने कहा कि यह आसान काम नहीं होगा किंतु इसे जिम्मेदारी से लेना होगा और कठिनाइयों के बावजूद सफल होने के अवसर होंगे।
नारायण मूर्ति ने कहा, ‘‘आपको केवल प्रदर्शन को याद रखना होगा क्योंकि प्रदर्शन से पहचान मिलती है और पहचान से सम्मान मिलता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि अभी से 50 वर्ष बाद इस देश के 70 से 75 वर्ष के लोगों की आकांक्षाएं पूरी होंगी। मुझे विश्वास है कि वे विकसित भारत का सृजन करेंगे, ऐसा भारत जो गरीबी, बीमारी और कुपोषण से ग्रस्त नहीं होगा।’’
इन्फोसिस के ‘‘चेयरमैन एमिरेटस’’ ने कहा कि इसे तभी उपलब्ध किया जा सकता है जब देश आकांक्षा, अनुशासन, सही मूल्यों, कड़े परिश्रम और त्याग के माध्यम से आर्थिक ताकत बनता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह तभी हो सकता है अगर भारत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और दवा के क्षेत्र में नैतिक रूप से अग्रणी बनता है और सुशासन, खुली मानसिकता, बहुलतावाद, धैर्य, प्रतिभा को बढ़ावा देने वाला तथा ईमानदारी की धरती बनता है।’’
मूर्ति ने कहा कि विकसित भारत तभी बनेगा जब हर भारतीय नागरिक धर्म एवं आर्थिक वर्ग से परे इस यात्रा में खुश, उत्साही, आशावान, विश्वस्त एवं प्रतिबद्ध भागीदार बने।
उन्होंने कहा कि दूसरे देशों से लोग भारत में पढ़ने आएंगे।
सम्मानित अतिथि के तौर पर गिफू विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट हीसाटाका मोरीवाकी ने कहा कि आईआईटी गुवाहाटी के साथ उनके विश्वविद्यालय ने सफलतापूर्वक तीन अंतरराष्ट्रीय संयुक्त डिग्री कार्यक्रम बनाए हैं जो ‘‘वैश्वीकरण के सच्चे सिद्धांत को समाहित’’करता है।
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