“पांडुलिपियों में रामकथा का चित्रण” विषय पर दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन
By भाषा | Updated: November 15, 2021 19:47 IST2021-11-15T19:47:18+5:302021-11-15T19:47:18+5:30

“पांडुलिपियों में रामकथा का चित्रण” विषय पर दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन
प्रयागराज (उप्र) , 15 नवंबर आजादी का अमृत महोत्सव और चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव की श्रृंखला में गंगा पार श्रृंग्वेरपुर में राष्ट्रीय रामाणय मेले में “पांडुलिपियों में रामकथा का चित्रण” विषय पर दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का सोमवार को उद्घाटन किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने किया।
प्रयागराज के क्षेत्रीय अभिलेखागार प्रभारी एवं पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने बताया कि प्रदर्शनी में सीतापाताल, रामजनम और अथ विलाप नामक पाण्डुलिपियों के चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शित किये गये सभी चित्र रामकथा पर आधारित हैं।
सरवर ने इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित वर्ष 1794 का हस्तलिखित सचित्र ग्रंथ रामचरितमानस को फिर से प्रकाशित किए जाने की जरूरत पर बल दिया। इस सचित्र ग्रंथ में लगभग 500 रंगीन चित्र हैं।
मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष बालकृष्ण पाण्डेय एवं महामंत्री उमेश द्विवेदी ने रामकथा के चित्रों की प्रशंसा की और पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए आम लोगों एवं विद्धतजनों से इस दिशा में कार्य करने की अपील की।
सरवर ने बताया कि प्रदर्शनी का संयोजन एवं निर्देशन उन्होंने किया और विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से पांडुलिपियों का संकलन किया गया।
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