कोहिमा, 22 दिसंबर नगालैंड के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने अमेरिका से लौटे एक संक्रमित व्यक्ति के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे हैं ताकि कोरोना वायरस के स्वरूप का पता चल सके। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान निदेशक डॉ एन. खिमिआओ ने संवाददाताओं से कहा कि उक्त संक्रमित व्यक्ति आठ दिन पहले वापस आया था और नियमों के तहत पृथक-वास में था और जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
उन्होंने कहा कि नगालैंड में जीनोम अनुक्रमण की सुविधा उपलब्ध नहीं है इसलिए वायरस के स्वरूप का पता लगाने के लिए नमूने को राज्य के बाहर भेजा गया है तथा रिपोर्ट अगले 5-6 दिन में आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘जीनोम अनुक्रमण के नतीजे आने से पहले हम यह नहीं कह सकते कि व्यक्ति डेल्टा से संक्रमित है या ओमीक्रोन से।’’
डॉ खिमिआओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बीच, नगालैंड में ‘जैव सुरक्षा स्तर-तीन’ प्रयोगशालाओं के लिए राज्य नोडल अधिकारी डॉ वी. टीना खामो ने कहा कि कोहिमा में बीएसएल-तीन प्रयोगशाला में जीनोम अनुक्रमण की सुविधा स्थापित करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है ताकि यहां नमूनों की जांच हो सके और नतीजे तत्काल सामने आ सकें।
इसके साथ ही नगालैंड में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण का एक नया मामला सामने आया जिसके बाद यहां कुल मामले बढ़कर 32,170 हो गए। राज्य में अभी कोविड-19 के 83 मरीज उपचाराधीन हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।