देहरादून, 16 जनवरी कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण शनिवार को उत्तराखंड में शुरू हुआ। टीकाकरण की शुरुआत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में स्वास्थ्य कर्मियों को यहां दून अस्पताल में टीका लगाने से हुई।
कुल 3,400 स्वास्थ्य कर्मियों को शनिवार को राज्य में 34 केंद्रों पर टीके की पहली खुराक दी जाएगी। इन केंद्रों में सरकारी और निजी अस्पताल शामिल होंगे।
34 स्वास्थ्य सुविधाओं जहां टीकाकरण चल रहा है उनमें से 32 सरकारी केंद्र हैं। इन सरकारी केंद्रों में एम्स ऋषिकेश भी शामिल है। दो निजी अस्पतालों हिमालयन मेडिकल कॉलेज और गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज उनमें शामिल हैं।
यह टीकाकरण देहरादून जिले के पांच केंद्रों पर, हरिद्वार एवं ऊधमसिंह नगर जिलों में चार-चार, नैनीताल में तीन तथा शेष नौ जिलों में दो-दो केंद्रों में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1.13 लाख टीके की खुराक की पहली खेप टीकाकरण के पहले चरण में 50,000 स्वास्थ्य कर्मियों को दी जानी है।
रावत ने कहा कि पहले चरण के बाद कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों, 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को टीका लगाया जाएगा।
उन्होंने लोगों से कहा कि वे टीका लगाने के बाद अपने सुरक्षा ऐहतियात में कमी नहीं लायें। उन्होंने कहा कि मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाये रखना जारी रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दूसरी खुराक के दो सप्ताह बाद एंटीबॉडी बनने लगती हैं, जो पहली खुराक के बाद 28वें दिन दी जाती है। आपको धैर्य रखना होगा और कम से कम डेढ़ महीने तक इंतजार करना चाहिए।’’
टीके को ‘‘पूरी तरह से सुरक्षित’’ बताते हुए रावत ने कहा कि तीन चरणों में किए गए क्लीनिकल परीक्षणों के दौरान इसके बारे में कहीं से भी कोई प्रतिकूल रिपोर्ट नहीं मिली है।
रावत ने कहा, ‘‘आपको अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की बात माननी चाहिए।’’
देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजान दास, स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी दून अस्पताल के नव-निर्मित बाह्य रोगी विभाग में स्वास्थ्य कर्मियों को पहले टीके लगाये जाने के दौरान मौजूद थे।
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