IAF's BrahMos Test: एसयू-30एमकेआई विमान से जलपोत को निशाना, आकाश से प्रक्षेपित ब्रह्मोस मिसाइल की सफल टेस्टिंग, जानें खासियत
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 29, 2022 06:49 PM2022-12-29T18:49:16+5:302022-12-29T18:50:21+5:30
IAF's BrahMos Test: भारतीय वायु सेना ने बृहस्पतिवार को एसयू-30एमकेआई विमान से एक जलपोत को निशाना साधकर आकाश से प्रक्षेपित ब्रह्मोस मिसाइल के अधिक दूरी की क्षमता वाले संस्करण का सफल परीक्षण किया। सरकार ने यह जानकारी दी।
नई दिल्लीः भारतीय वायु सेना ने गुरुवार को ब्रह्मोस एयर-लॉन्च मिसाइल के विस्तारित-रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य को मार सकता है। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि एसयू-30 लड़ाकू विमान से जलपोत को निशाना बनाया गया।
मिसाइल के एयर-लॉन्च संस्करण के एंटी-शिप संस्करण का परीक्षण था। इसके साथ, IAF ने बहुत लंबी दूरी पर जमीन/समुद्री लक्ष्यों के खिलाफ SU-30MKI विमान से सटीक हमले करने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षमता वृद्धि हासिल की है। मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया।
IAF successfully test-fires extended-range version of BrahMos Air-launched missile
— ANI Digital (@ani_digital) December 29, 2022
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उसने बताया कि मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में अपेक्षित मिशन उद्देश्यों को प्राप्त किया। पत्र सूचना कार्यालय के रक्षा प्रकोष्ठ द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘भारतीय वायु सेना ने आज एसयू-30एमकेआई विमान से एक जलपोत को निशाना साधकर आकाश से प्रक्षेपित ब्रह्मोस मिसाइल के अधिक दूरी की क्षमता वाले संस्करण का सफल परीक्षण किया।’’
इसके साथ, वायु सेना ने बहुत लंबी दूरी पर जमीन या समुद्री लक्ष्यों के खिलाफ एसयू-30एमकेआई विमान से सटीक हमले करने के लिए ‘‘महत्वपूर्ण क्षमता विस्तार’’ प्राप्त कर लिया है। सरकार ने कहा, ‘‘एसयू-30एमकेआई विमान के उच्च प्रदर्शन के साथ मिसाइल की विस्तारित रेंज क्षमता वायु सेना को एक रणनीतिक प्रसार प्रदान करती है।
इसे भविष्य के युद्ध क्षेत्रों में प्रभुत्व दिखाने का मार्ग प्रशस्त करती है।’’ बयान में कहा गया है कि इस उपलब्धि को हासिल करने में वायु सेना, नौसेना, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), बीएपीएल तथा एचएएल के विशिष्ट और संयुक्त प्रयास कारगर रहे हैं।