दिलीप कुमार की एकलव्य जैसी शिष्य रही हूं मैं : शबाना आजमी
By भाषा | Updated: July 7, 2021 15:16 IST2021-07-07T15:16:49+5:302021-07-07T15:16:49+5:30

दिलीप कुमार की एकलव्य जैसी शिष्य रही हूं मैं : शबाना आजमी
मुंबई, सात जुलाई दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन पर शोक प्रकट करते हुए अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा कि वह इस कलाकार की फिल्मों और जीवन से एकलव्य की तरह प्रेरणा लेती रहीं हैं।
कुमार का 98 वर्ष की उम्र में मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में बुधवार सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्हें मंगलवार को अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था।
आजमी ने कहा कि वह कुमार की फिल्मों की तो प्रशंसक हैं ही, लेकिन रुपहले पर्दे से दूर वह जिस तरह का जीवन जीते थे, वह उसकी भी प्रशंसक रही हैं।
उन्होंने दिवंगत अभिनेता को सम्मान देते हुए एकलव्य का उदाहरण दिया। एकलव्य महाभारत में निषाद राजकुमार थे और द्रोणाचार्य को अपना गुरु मानते थे तथा उनकी प्रतिमा के सामने धनुर्विद्या सीखते थे।
आजमी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘दिलीप साहब अलविदा। आपको पता नहीं होगा कि मैं आपकी एकलव्य रही हूं। फिल्मों के लिए शुक्रिया। आपकी भाषा के लिए धन्यवाद। गरिमा के लिए धन्यवाद। सामाजिक रूप से जिम्मेदार बने रहने के लिए शुक्रिया। शुक्रिया।’’
हिंदी फिल्मों के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में गिने जाने वाले दिलीप कुमार ने 1944 में ‘ज्वार भाटा’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी और अपने पांच दशक लंबे कॅरियर में ‘मुगल-ए-आजम’, ‘देवदास’, ‘नया दौर’ तथा ‘राम और श्याम’ जैसी अनेक हिट फिल्में दीं। वह आखिरी बार 1998 में आई फिल्म ‘किला’ में नजर आए थे।
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