हैदरपोरा मुठभेड़: परिजनों, अधिकार कार्यकर्ताओं की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग
By भाषा | Updated: December 20, 2021 18:42 IST2021-12-20T18:42:24+5:302021-12-20T18:42:24+5:30

हैदरपोरा मुठभेड़: परिजनों, अधिकार कार्यकर्ताओं की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग
श्रीनगर, 20 दिसंबर अधिकार कार्यकर्ताओं और पिछले महीने हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए तीन व्यक्तियों के रिश्तेदारों ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन से घटना की मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है।
मारे गए तीन व्यक्तियों में से एक मोहम्मद अल्ताफ भट के भाई ने सोमवार को कहा, ‘‘सरकार को फर्जी मुठभेड़ में मारे गए व्यक्तियों के मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिए एक महीने से अधिक समय हो गया है। हमें परिणाम जानने का अधिकार है।’’
भट, मुदसिर गुल और अमीर मागरे 15 नवंबर को मारे गए थे, जिसे पुलिस ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ कहा था। मारे गए व्यक्तियों के परिजनों ने इसे ‘नृशंस हत्या’ करार दिया था।
पुलिस ने तीनों को कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में दफना दिया था, लेकिन भट और गुल के शव तीन दिन बाद उनके परिवारों को वापस कर दिए गए थे।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 18 नवंबर को इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे।
जिलाधिकारी एजाज असद ने तत्काल अतिरिक्त जिलाधिकारी खुर्शीद अहमद शाह को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए 15 दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे।
रिपोर्ट की स्थिति पर प्रतिक्रिया के लिए असद और शाह को कॉल किये गए और संदेश भेजे गए लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला।
आरटीआई कार्यकर्ता राजा मुजफ्फर ने सरकार से रिपोर्ट को लेकर सवाल किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अब एक महीने से अधिक हो गया है। मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट कहां है?’’
कार्यकर्ता ने उपराज्यपाल सिन्हा के उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया जिसमें उन्होंने जांच के आदेश दिए थे।
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