Howdy Modi: ‘हाउडी मोदी’ महारैली के लिए जोश-ओ-खरोश में है भारतीय-अमेरिकी समुदाय
By भाषा | Updated: September 22, 2019 20:55 IST2019-09-22T20:55:26+5:302019-09-22T20:55:26+5:30
भारत-अमेरिका रिश्ते को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी मागो भारतीय मूल के उन चार अमेरिकियों में से एक हैं जिन्हें ज्वाइंट रिजर्व बेस पर ट्रंप के आगमन पर उनसे मिलने का व्हाइट हाउस की ओर न्योता मिला है। मागो के साथ वायु सेना अड्डे पर आए पीयूष पटेल ने कहा कि यह एक सपने के सच होने जैसा है।

ह्यूस्टन में 50,000 भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करने के दोनों देशों तथा समुदाय के लिए काफी मायने हैं।’
अमेरिका में भारतीय मूल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘हाउडी, मोदी’ महारैली को लेकर काफी उत्साहित हैं और उन्हें लगता है कि यह कार्यक्रम द्विपक्षीय संबंधों को नये स्तर पर ले जाएगा। डलास में रहने वाले अशोक मागो ने कहा कि ‘हाउडी, मोदी’ दोनों नेताओं के लिए दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के साझा मूल्यों और सिद्धांतों को संसार को दिखाने का अवसर है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस मुलाकात की अहमियत बहुत है।’’ ह्यूस्टन में एलिंगटन फील्ड ज्वाइंट रिजर्व बेस में ट्रंप का स्वागत करने के लिए इंतजार करने वाले मागो ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हाउडी मोदी दिखाता है कि राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका-भारत संबंध को मजबूत करना चाहते हैं और इस ओर प्रतिबद्ध हैं। मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस तरह किसी विदेशी नेता के साथ मंच साझा किया है।’’
भारत-अमेरिका रिश्ते को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी मागो भारतीय मूल के उन चार अमेरिकियों में से एक हैं जिन्हें ज्वाइंट रिजर्व बेस पर ट्रंप के आगमन पर उनसे मिलने का व्हाइट हाउस की ओर न्योता मिला है। मागो के साथ वायु सेना अड्डे पर आए पीयूष पटेल ने कहा कि यह एक सपने के सच होने जैसा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे हिसाब से यह महारैली भारत-अमेरिका संबंध को बिल्कुल नये स्तर पर ले जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि भारत के साथ सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा कि प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ किया जाता है। उनके अनुसार, रक्षा, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा सहयोग के ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जो संबंधों को नये स्तर पर ले जाएंगे।
सुनील मैनी ने कहा, ‘‘ट्रंप और मोदी का ह्यूस्टन में 50,000 भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करने के दोनों देशों तथा समुदाय के लिए काफी मायने हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज ट्रंप और मोदी के जैसा कोई अन्य नेता नहीं हैं। दोनों के लिए देश पहले है। दोनों देश के लोगों के लिए काम कर रहे हैं।’’