आप बिना जाँच के किसी को आतंकी कैसे कह सकते हैं? मंगलुरु ब्लास्ट में बोले कांग्रेस के डीके शिवकुमार
By रुस्तम राणा | Updated: December 15, 2022 17:17 IST2022-12-15T17:17:36+5:302022-12-15T17:17:36+5:30
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष ने डीके शिवकुमार ने कहा, ये आतंकवादी कौन हैं? क्या कार्रवाई की गई है? बिना जांच के वे किसी को आतंकवादी कैसे कह सकते हैं? अगर वे विस्तार से जाते तो हमें पता चल जाता। क्या यह मुंबई, दिल्ली, पुलवामा जैसा आतंकी कृत्य था?

आप बिना जाँच के किसी को आतंकी कैसे कह सकते हैं? मंगलुरु ब्लास्ट में बोले कांग्रेस के डीके शिवकुमार
Mangaluru Bomb Blast Case: कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मंगलुरु ब्लास्ट को लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल उठाया है। कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कुकर बम ले जाने वाले यात्री को घटना की जांच किए बिना "आतंकवादी" कहने पर सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि आप बिना किसी जांच के किसी को आतंकी कैसे कह सकते हैं।
उन्होंने गुरुवार को कहा कि पिछले महीने मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में कुकर बम विस्फोट एक "गलती" हो सकती है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जब इस मामले की जांच सौंपी गई थी तब यह मामला मीडिया में उछला था।
सवाल दागते हुए उन्होंने कहा, ये आतंकवादी कौन हैं? क्या कार्रवाई की गई है? बिना जांच के वे किसी को आतंकवादी कैसे कह सकते हैं? अगर वे विस्तार से जाते तो हमें पता चल जाता। क्या यह मुंबई, दिल्ली, पुलवामा जैसा आतंकी कृत्य था?
कांग्रेस नेता ने तर्क दिया कि बम विस्फोट को "एक अलग रोशनी में पेश" किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह भी तो हो सकता है कि किसी साथी ने यह गलती की हो। लेकिन इसे अलग तरह से पेश किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा पर "वोट आकर्षित करने" के लिए घटना का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, वे वोट आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। यह सिर्फ अधिक वोट बटोरने की उनकी रणनीति है। ऐसा प्रयोग कभी किसी ने नहीं किया था और यह देश के इतिहास का अपमान है। इस बीच, भाजपा प्रवक्ता एस प्रकाश ने डीके शिवकुमार के बयान पर उनकी आलोचना की और उनसे इस पर माफी मांगने को कहा।
बीजेपी नेता ने कहा, आतंकवादी कौन है यह पुलिस जांच के बाद तय करेगी। इतने साल मंत्री रहने के बाद अगर डीके शिवकुमार को बुनियादी जानकारी नहीं है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। आतंकी गतिविधियों के आरोपियों के समर्थन में आना बेहद खतरनाक है। वह कर्नाटक के लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। उन्हें अपनी लापरवाह टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।