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गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों के जवानों के फेसबुक इस्तेमाल करने पर लगाया प्रतिबंध, ये है वजह

By स्वाति सिंह | Updated: July 15, 2020 03:59 IST

गृह मंत्रालय ने इसके साथ-साथ विदेश ऐप के इस्तेमाल को भी रोकने को कहा है। हाल ही में सेना ने 89 ऐप का इस्तेमाल जवानों और अधिकारियों के लिए बैन कर दिया है। इनमें फेसबुक, टिकटॉक, ट्रू कॉलर, इंस्टाग्राम जैसी ऐप शामिल हैं।

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ठळक मुद्देगृह मंत्रालय ने मंगलवार को अर्धसैनिक बलों को फेसबुक का इस्तेमाल बंद करने को कहा है।

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को अर्धसैनिक बलों को फेसबुक का इस्तेमाल बंद करने को कहा है। गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ, सीआईएसएफ, और एनएसजी को एक चिट्ठी भेजी, जिसमें कहा गया है कि अपने कर्मियों के फेसबुक इस्तेमाल करने पर बैन लगाएं। पूर्व में सेवाएं दे चुके और अब किसी भी तरह से सशस्त्र बल के साथ जुड़े लोगों पर भी ये लागू होगा और वो भी फेसबुक नहीं चला पाएंगे।

गृह मंत्रालय ने इसके साथ-साथ विदेश ऐप के इस्तेमाल को भी रोकने को कहा है। हाल ही में सेना ने 89 ऐप का इस्तेमाल जवानों और अधिकारियों के लिए बैन कर दिया है। इनमें फेसबुक, टिकटॉक, ट्रू कॉलर, इंस्टाग्राम जैसी ऐप शामिल हैं। इन ऐप्स से सूचनाओं के लीक होने की आशंका है। पिछले कुछ समय से सेना से संबंधित अधिकारियों को पाकिस्तान और चीन की इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। इसलिए यह कदम उठाया गया। पिछले साल नवंबर में भी सेना के जवानों को ऑफिशियल कामों के लिए वॉट्सएप इस्तेमाल न करने के दिशा-निर्देश दिए गए थे। वहीं, संवेदनशील मामलों को देखने वाले अधिकारियों से फेसबुक अकाउंट डिलीट करने को कहा गया था।

फेसबुक अकाउंट बंद कीजिए या नौकरी छोड़िए: हाई कोर्ट 

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी को अंतरिम राहत देने से इंकार करते हुए कहा कि या तो संगठन के आदेश का पालन कीजिए या इस्तीफा दे दीजिए। उन्होंने हाल में सेना द्वारा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल सशस्त्र बल के कर्मियों के लिए प्रतिबंधित किए जाने को चुनौती दी है। उच्च न्यायालय ने कहा कि उनके पास विकल्प है और उनसे फेसबुक अकाउंट बंद करने के लिए कहा क्योंकि सैन्यकर्मियों के लिए सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल प्रतिबंधित करने का निर्णय देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। अदालत ने कहा कि वह बाद में नया सोशल मीडिया अकाउंट बना सकते हैं। 

लेफ्टिनेंट कर्नल ने दी थी ये दलील

लेफ्टिनेंट कर्नल पी. के. चौधरी ने कहा कि जब वह अकाउंट बंद कर देंगे तो उनके फेसबुक अकाउंट में सभी डेटा, संपर्क और दोस्तों से संपर्क टूट जाएगा जिसे फिर ‘‘बहाल करना मुश्किल’’ होगा। पीठ ने कहा, ‘‘नहीं, नहीं। माफ कीजिएगा। आप कृपया इसे बंद कीजिए। आप कभी भी नया अकाउंट बना सकते हैं। ऐसे नहीं चलता है। आप एक संगठन का हिस्सा हैं। आपको इसके आदेशों को मानना होगा।’’ इसने कहा, ‘‘अगर आपको फेसबुक ज्यादा पसंद है तो इस्तीफा दे दीजिए। देखिए आपके पास विकल्प है, आप चाहे जो करें। आपके पास दूसरे विकल्प भी हैं।’’ छह जून की नीति के मुताबिक भारतीय सेना के सभी कर्मियों को आदेश दिया गया है कि वे फेसबुक, इंस्टाग्राम और 87 अन्य ऐप पर अपने अकाउंट बंद करें। 

टॅग्स :फेसबुकदिल्ली हाईकोर्ट
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