शिमला, 25 सितंबर:हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम की वजह से लोगों को भारी त्रासदी का समाना करना पड़ रहा है। लाहौल-स्पीति में ट्रैकिंग पर गए आईआईटी रुड़की के 35 बच्चे समेत 50 ट्रैकर सुरक्षित हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि ट्रैकिंग पर गए आईआईटी के 35 बच्चे समेत 50 ट्रैकर को सुरक्षित है। इससे पहले इन सभी ट्रैकर की लापात होने की खबरें आ रही थी।
इससे पहले बताया लाहौल-स्फीति में आईआईटी रुड़की के 35 बच्चों ट्रैकिंग पर लापता हो गए थे। इसके अलावा 15 ट्रैकर और भी शामिल थे जिनकी लापता होने की खबरें आ रहीं थी। आईआईटी रुड़की के छात्र के एक पिता ने जानकरी दी थी कि उनका बेटा ट्रैकिंग पर गया लड़के की कोई खबर नहीं मिली।
देश की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर ने जानकारी दी है कि लापता 50 ट्रैकर सुरक्षित हैं। हिमाचल प्रदेश में नदियां ऊफान पर हैं, हवाओं के साथ तेज बारिश और भूस्खलन से आम-जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पर्यटन करने गए लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, ताजा मीजिया रिपोट्स के मुताबकि हिमाचल के लाहौल-स्पीति में लगभग अभी 700 लोग अधिक लोग फंसे हुए हैं। इससे पहले चंबा जिले में वायु सेना ने एक बड़ा ऑपरेशन किया था। इस ऑपरेशन में फंसे ज्यादातर लोगों वायु सेना द्वारा बचाया जा रहा है।
मालूम है कि भारी बारिश और अचानक आयी बाढ़ के कारण हिमाचल प्रदेश के कई हिस्से में जनजीवन प्रभावित हुआ है। वायु सेना ने एक बयान में कहा कि व्यास नदी उफान पर है और लोग अलग-अलग जगहों पर फंस गए थे। सरसावा में पश्चिमी वायु कमान की माइटी आर्मर इकाई के हेलिकॉप्टर ने फंसे लोगों को निकालने के लिए उड़ान भरी।
बयान में कहा गया कि पायलट स्कवाड्रन लीडर विपुल गुप्ता और सह पायलट धीमन ने इस अभियान में साथ दिया। घटनास्थल पर हेलिकॉप्टर पहुंचा और ब्यास नदी पर एक टापू में फंसे 19 लोगों को बचाया गया।