झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार का फैसला, गुटका व पान मसाला के उत्पादन एवं बिक्री पर प्रतिबंध एक साल के लिए बढ़ा
By भाषा | Updated: July 22, 2020 05:48 IST2020-07-22T05:48:15+5:302020-07-22T05:48:15+5:30
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य में 22 अप्रैल को सभी तरह के तंबाकू उत्पादों पर रोक लगा दी गई थी ताकि लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से हतोत्साहित किया जा सके।

सांकेतिक तस्वीर (File Photo)
रांची: झारखंड सरकार ने तंबाकू एवं निकोटिन वाले गुटका तथा पान मसाला के उत्पादन, भंडारण, वितरण तथा बिक्री पर राज्य में अगले वर्ष 25 जुलाई तक के लिए रोक बढ़ा दी है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि यह रोक जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बढ़ायी गयी है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य में 22 अप्रैल को सभी तरह के तंबाकू उत्पादों पर रोक लगा दी गई थी ताकि लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से हतोत्साहित किया जा सके।
यह निर्देश खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने आज जारी किये।
बता दें कि झारखंड में मंगलवार को 373 कोरोन पॉजिटिव केस मिले हैं। यह एक दिन में अबतक मिले मरीजों के मामले में अबतक सबसे अधिक आंकड़ा है। आज राजधानी रांची में सबसे अधिक 106 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है। जबकि जमशेदपुर में दो, सरायकेला में 2, धनबाद में एक और रांची में एक कोरोना संक्रमितों समेत कुल 6 कोरोना मरीजों की आज मौत हो गई।
आज के ताजा आंकड़ों के साथ राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या जहां 6200 पर पहुंच गई है। वहीं कोरोना से कुल मौतों का आंकड़ा 74 पर पहुंच गया। आज 107 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। मंगलवार को मिले कोरोना मरीजों में रांची में 106, पाकुड़ में 65, गढ़वा में 39, गोड्डा में 35, लातेहार में 19, साहिबगंज में 17, धनबाद में 16 है।