लाइव न्यूज़ :

उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई स्थानों पर भूस्खलन

By भाषा | Updated: October 20, 2021 16:06 IST

Open in App

कोलकाता, 20 अक्टूबर उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से बुधवार को आम जनजीवन प्रभावित रहा। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और जलपाईगुड़ी जिलों में बारिश की वजह से भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं जिससे सड़क और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कलिमपोंग और अलीपुरदुआर जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह तक तीनों जिलों में एक दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में भी मूसलाधार बारिश की संभावना है।

अधिकारियों ने बताया कि कलिमपोंग जिले में भूस्खलन की वजह से सड़क संपर्क टूट गया है और कलिमपोंग कस्बे से पेडोंग, लावा और अलगारा सहित कई बस्तियों को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई है और सिलिगुड़ी को सिक्किम की राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10, तीस्ता बाजार इलाके में जलमग्न हो गया है जिसकी वजह से यातायात में समस्या आ रही है।

उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जिले में सिलिगुड़ी शहर के बाहरी इलाके के मैत्रीगारा में बालसोन नदी पर बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है।

सिलिगुड़ी के पुलिस आयुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से चारपहिया वाहनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है जबकि दुपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों को पुल से जाने की अनुमति दी जा रही है।

उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि मार्ग परिवर्तन के चलते वे लंबे रास्ते से जाने की योजना बनाएं।’’

अधिकारियों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान पहाड़ी इलाकों में गए सैकड़ों पर्यटक अपने अगले गंतव्यों पर जाने या घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन या बागडोगरा हवाई अड्डे तक पहुंचने में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के कई निचले इलाके तीस्ता और जलढाका नदियों का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ की चपेट में आए गए है और इन इलाकों में बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में दार्जिलिंग में 233.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो राज्य में सबसे अधिक है। इसके अलावा इस अवधि में कलिमपोंग में 199 मिमी, जलपाईगुड़ी में 151 मिमी और कूच बिहार में 60.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश की वजह से तोरसा सहित इलाके की कुछ अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।

मौसम विभाग ने बताया कि उप हिमालयी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को सुबह तक मौसम खराब रहेगा। विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में मौसम में बुधवार को अपेक्षाकृत सुधार हुआ जहां पर कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 17 अक्टूबर से ही बारिश हो रही थी।

हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को दिन में एक-दो स्थानों पर आंधी, बिजली की चमक तथा बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, बृहस्पतिवार से राज्य के दक्षिणी इलाकों में शुष्क मौसम रहेगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारShare Market Today: वैश्विक दबाव हावी, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

क्राइम अलर्टGoa fire Case: नाइट क्लब अग्निकांड के आरोपी लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड से भारत भेजा गया, आज लाए जाएंगे दिल्ली

विश्वMexico: प्राइवेट प्लेन दुर्घटनाग्रस्त, 7 लोगों की मौत; लैंडिंग की कोशिश के समय हादसा

क्राइम अलर्टGoa: नाइट क्लब अग्निकांड के बाद बड़ी कार्रवाई, 'द केप गोवा’ रेस्तरां नियमों के उल्लंघन के आरोप में सील

भारतजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी

भारत अधिक खबरें

भारतदिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से भीषण हादसा, बसों और कारों में लगी आग; 4 की मौत

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम

भारतYear Ender 2025: पहलगाम अटैक से लेकर एयर इंडिया क्रैश तक..., इस साल इन 5 घटनाओं ने खींचा लोगों का ध्यान

भारतYear Ender 2025: उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरे भारत में भगदड़ में गई कई जानें, सबसे दुखद हादसों से भरा ये साल; जानें

भारतIndo-Pak War 1971: शौर्य और पराक्रम से पाक को चटाई थी धूल