भोपाल/शिवपुरी/श्योपुर, दो अगस्त पिछले 24 घण्टे से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते मध्य प्रदेश के शिवपुरी एवं श्योपुर जिलों में सोमवार को दो लोगों की वर्षाजनित घटनाओं में मौत हो गई है, जबकि शिवपुरी जिले के तीन गांवों के कई लोग बाढ़ के पानी में फंस गये हैं, जिन्हें बचाने के लिए सोमवार शाम को सेना के हेलीकाप्टर लगाये गए।
शिवपुरी के जिलाधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने ‘भाषा’ को फोन पर बताया कि जिले में सेना के चार हेलीकॉप्टर पहुंच गए हैं और बाढ़ के पानी से घिरे तीन गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम जारी है।
उन्होंने कहा कि गांवों के बाढ़ की चपेट में आने की जानकारी मिलते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया और लोगों को नाव की मदद से भी वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। उन्होंने लोगों से हिम्मत रखने और किसी ऊंचे स्थान पर बैठकर राहत पहुंचने का इंतजार करने को कहा गया है।
शिवपुरी जिले के फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया कि शिवपुरी नगर के कमला गंज इलाके में रहने वाली जिला अस्पताल की एएनएम (सहायक नर्स दाई) सुमनलता जोशी (50) की सोमवार को करंट लगने से मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि बारिश का पानी उनके घर में भर गया था जिसके बाद घर में करंट फैल गया और करंट लगने से एएनएम की मौत हो गई।
उन्होंने कहा,‘‘ हालात यह हैं कि शिवपुरी शहर के कई कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है। घरों में पानी घुसने से सामान तैर रहा है। बिजली कंपनी ने सुबह से शिवपुरी शहर की बिजली आपूर्ति बंद कर रखी है, क्योंकि कई ट्रांसफार्मर भी आंशिक तौर पर पानी की डूब में हैं। ’’
इसी बीच, श्योपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को श्योपुर जिले के कराहल तहसील के पहेला गांव में धीरज सिंह गुर्जर (45) की बरसात के पानी के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई ।
कराहल उपमंडलीय अधिकारी (एसडीएम) ब्रिजेन्द्र सिंह यादव ने बताया, ‘‘पहेला गांव में धीरज घर से कुछ दूरी पर स्तिथ मंदिर पर बेलपत्र लेकर पूजा करने जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में बने गड्ढे में भरे पानी में वह गिर गया। गड्ढे में अधिक पानी होने के कारण वह डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई है।’’
श्योपुर जिले के विजयपुर बस अड्डे के पास एक विवाह मंडप में सोमवार सुबह बाढ़ का पानी घुस जाने से वहां फंसे करीब 60 लोगों को पुलिस और प्रशासन की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। प्रदेश के अधिकांश भागों विशेषकर शिवपुरी एवं श्योपुर में आज भी मूसलाधार बारिश जारी रही।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटे में मध्य प्रदेश के 25 जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है जिसके चलते रेड अलर्ट एवं ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से स्थिति की जानकारी लेने के बाद कहा, ‘‘शिवपुरी जिले में पार्वती नदी में उफान की वजह से आई बाढ़ से तीन गाँवों में फँसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के लिए आज शाम तक दो हेलीकॉप्टर पहुँच जाएंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस संबंध में बात हो चुकी है। सेना और वायुसेना के अधिकारी निरंतर सम्पर्क में हैं।’’
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम राहत और बचाव कार्य में सक्रिय हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी मौके पर पहुँच रही हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील के छह गांव कुपवाड़ा, हर्रई, अकुरनी, बरखेड़ी, चिलपई और रायपुर पार्वती नदी में उफान की वजह से आई बाढ़ के पानी में घिरे हैं। इनमें से कुपवाड़ा, हर्रई और अकुरनी गाँव से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है, जबकि बरखेड़ी, चिलपई और रायपुर में ग्रामीण बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। चौहान ने प्रदेश के अन्य भागों में हो रही वर्षा और बांधों की स्थिति की जानकारी भी ली।
इस बीच, शिवपुरी जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि शिवपुरी-श्योपुर मार्ग पर कूनो नदी में उफान के कारण सड़क मार्ग पर आवागमन प्रभावित होने से राहत दल को प्रभावित क्षेत्रों में भेजने में परेशानी आ रही है।
उन्होंने कहा कि फिर भी जहां तक प्रशासन की पहुंच बन रही है, वहां तक हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है।
चंदेल ने बताया कि शिवपुरी में जारी भारी बारिश के कारण जिले से निकलने वाली कूनो एवं सिंध सहित अन्य नदियां उफान पर हैं।
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