स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन हटे, राहुल गांधी का तंज, इसका मतलब है कि अब टीकों की और कमी नहीं होगी...
By शीलेष शर्मा | Published: July 8, 2021 06:32 PM2021-07-08T18:32:36+5:302021-07-08T20:18:05+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था।
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पद से डॉ हर्षवर्धन को हटाए जाने पर तंज कसा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंत्रिमंडल में किए गए फ़ेरबदल में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को हटा कर मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रभार सौंपे जाने राहुल ने आज तंज कसते हुये ट्वीट किया "क्या इसका मतलब कि अब वैक्सीन की कोई कमी नहीं होगी।"
Does this mean no more vaccine shortage?#Change
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 8, 2021
उन्होंने ‘चेंज’ हैशटैग से ट्वीट किया, ‘‘इसका मतलब है कि अब टीकों की और कमी नहीं होगी।’’ भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘गैरजिम्मेदार’ हैं और बिना किसी वजह के आलोचना करते हैं।
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि नये स्वास्थ्य मंत्री का पहला काम देश में टीकों की उचित और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना होना चाहिए । उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नये स्वास्थ्य मंत्री का पहला काम यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि टीकों की उचित और निर्बाध आपूर्ति हो।’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस,सीपीएम ने भी मंत्रिमंडल फ़ेरबदल को लेकर तल्ख़ टिप्पड़ियां की हैं ,कांग्रेस तो लगातार हमलावर है ,पार्टी ने इस फ़ेरबदल को सत्ता की भूख बताते हुये आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री को जनता की चिंता नहीं जो महंगाई और बेरोज़गारी से जूझ रही है।
बिहार कांग्रेस में संभावित बदलावों को लेकर राहुल ने वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की बिहार इकाई में संभावित बदलावों को लेकर बुधवार को राज्य से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पर पहुंचकर उनसे मुलाकात करने वाले नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री मीरा कुमार, शकील अहमद, प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा, वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रसाद सिंह, निखिल कुमार, अवधेश सिंह, अशोक राम, अनिल शर्मा और अजीत शर्मा शामिल थे।
पार्टी के एक नेता ने बताया, ‘‘इन नेताओं ने बिहार कांग्रेस में संभावित बदलावों को लेकर राहुल गांधी के समक्ष अपनी राय रखी है।’’ सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद बुधवार शाम बिहार प्रदेश कांग्रेस के कई विधायकों और विधान परिषद सदस्यों से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की। पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव में राजद (राष्ट्रीय जनता दल) और वाम दलों के साथ गठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस सिर्फ 19 सीटें ही जीत पाई थी। राजद और वाम दलों के मुकाबले कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इसके बाद से ही बिहार कांग्रेस में बड़े बदलाव को लेकर चर्चा है।