नई दिल्लीः हाथरस सामूहिक बलात्कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग करने को लेकर नागरिक समाज के कार्यकर्ता, छात्र और महिलाएं शुक्रवार को जंतर मंतर पर जुटे हुए हैं। यह प्रदर्शन शुरूआत में इंडिया गेट पर होना था, लेकिन राजपथ क्षेत्र में निषेधाज्ञा के कारण यह जंतर मंतर पर किया गया। इस बीच दिल्ली मेट्रो ने जनपथ मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने कहा है कि जनपथ मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए हैं। इस स्टेशन पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। राजीव चौक औऱ पटेल चौक के भी गेट बंद हैं। वहीं, जंतर-मंतर पर हो रहे प्रदर्शन में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल होने पहुंचे हैं।
केजरीवाल ने कहा, उत्तर प्रदेश में बलात्कार की घटना हुई, तो दूसरा कहता है कि राजस्थान में भी हो गया। ये क्या बात है? ये तो ग़लत है। उत्तर प्रदेश में क्यों हुए, राजस्थान में भी क्यों हुए, मध्य प्रदेश, मुंबई और दिल्ली में भी क्यों हुए। कहीं किसी का बलात्कार नहीं होना चाहिए।
उन्होने कहा कि पूरा देश चाहता है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। कुछ लोगों को लगता है कि उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस समय, पीड़ित परिवार को हर संभव मदद की जरूरत है।
इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में जो कुछ हो रहा है वह गुंडाराज है। पुलिस ने गांव को घेर रखा है, वहां विपक्षी नेताओं और मीडियाकर्मियों को नहीं घुसने दिया जा रहा। उन्होंने (पुलिस-प्रशासन) ने पीड़िता के परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन ले लिये हैं।'
उन्होंने परिवार की इच्छा के विरूद्ध पीड़िता के शव का दाह संस्कार किये जाने के तरीके की भी निंदा की। सामूहिक बलात्कार के करीब पखवाड़े भर बाद 19 वर्षीय पीड़िता की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश के हाथरस में उसका दाह-संस्कार कर दिया गया।
पीड़िता के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने रातोंरात जबरन दाह-संस्कार करने के लिये उन्हें मजबूर किया। हालांकि, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दाह-संस्कार परिवार की सहमति से किया गया।