लाइव न्यूज़ :

Hathras Case: 23 साल पुरानी है पीड़‍िता के परिवार और आरोपियों के बीच दुश्‍मनी, गांववालों ने बताई पूरी कहानी

By स्वाति सिंह | Updated: October 4, 2020 11:01 IST

Hathras Case in Hindi: रिपोर्ट की मानें तो ये तीनों आरोपी इसी गुट के और एक ही परिवार के बताएं जा रहे हैं। ये सभी पीड़‍िता के पड़ोसी हैं। गांव से मिली जानकारी के अनुसार गुटबंदी की असल वजह एक प्‍लॉट पर मालिकाना हक है।

Open in App
ठळक मुद्देपीड़िता के परिजन और एक आरोपी परिवार की करीब 23 साल पुरानी दुश्‍मनी है। हाथरस कांड की पीड़िता के गांव से मिली जानकारी और खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर कही जा रही है।

हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए कथित बलात्कार मामले को लेकर सियासत उफान पर है। इसके साथ ही देश भर के लोगों में घटना को एलकार आक्रोश है। इसी बीच खबर है कि पीड़िता के परिजन और एक आरोपी परिवार की करीब 23 साल पुरानी दुश्‍मनी है। यह बात हाथरस कांड की पीड़िता के गांव से मिली जानकारी और खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर कही जा रही है।

बताया जा रहा है कि पीड़‍िता के पिता ने एक आरोपी संदीप के पिता पर तब एससी/एसटी एक्‍ट और मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई थी। दरअसल, यह मामला पूरी तरह दो गुटों के बीच हुए तनाव को लेकर बताई जा रही है। NBT में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस गांव में ठाकुर समाज के दो गुट हैं। एक गुट के साथ वाल्‍मीकी समाज के लोग हैं। जबकि दूसरा गुट युवती की मौत के आरोपी संदीप, रामू, लवकुश और रवि पक्ष का है। 

दो गुटों के बीच का विवाद 

रिपोर्ट की मानें तो ये तीनों आरोपी इसी गुट के और एक ही परिवार के बताएं जा रहे हैं। ये सभी पीड़‍िता के पड़ोसी हैं। गांव से मिली जानकारी के अनुसार गुटबंदी की असल वजह एक प्‍लॉट पर मालिकाना हक है। गांव से मिली जानकारी के मुताबिक, एक प्‍लॉट पर दोनों गुटों के ठाकुरों की नजर थी। इसे लेकर अकसर विवाद रहता था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि लगभग 23 साल पहले पीड़िता युवती के पिता ने एक आरोपी के पिता और उसके भाई के खिलाफ मारपीट और एससी/एसटी ऐक्‍ट के तहत एफआईआर दर्ज थी। तब भी काफी तनाव रहा था, हालांकि बाद में समझौता हो गया था।

गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’’ अंतिम संस्कार किया गया। 

टॅग्स :हाथरसउत्तर प्रदेश
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारत अधिक खबरें

भारतGoa Fire: गोवा नाइट क्लब आग मामले में पीएम ने सीएम सावंत से की बात, हालातों का लिया जायजा

भारतटीचर से लेकर बैंक तक पूरे देश में निकली 51,665 भर्तियां, 31 दिसंबर से पहले करें अप्लाई

भारतगोवा अग्निकांड पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया दुख, पीड़ितों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

भारतGoa Fire Accident: अरपोरा नाइट क्लब में आग से 23 लोगों की मौत, घटनास्थल पर पहुंचे सीएम सावंत; जांच के दिए आदेश

भारतगोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर विस्फोट में रसोई कर्मचारियों और पर्यटकों समेत 23 लोगों की मौत