चंडीगढ़ः हरियाणा की जेलों में बंद कैदी अब रेडियो जॉकी होंगे. पहल पानीपत, अंबाला और फरीदाबाद की जेलों से की जाएगी.
रेडियो जॉकी के लिए 22 कैदियों का चयन कर लिया गया है. जेलों में रेडियो शुरू करने की पहल तिनका तिनका फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. वर्तिका नंदा ने की है. इस सिलिसले में उन्होंने डीजीपी जेल के. साल्वराज से मिल कर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया है. रेडियो के माध्यम से सभी कैदी अपने मन की बात कह सकेंगे. गीत सुन सकेंगे.
कानूनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे. अपने अधिकारों के बारे में जान सकेंगे. बीमारियों से बचाव के तौर-तरीकों से परिचित हो सकेंगे. यह रेडियो स्टेशन जेल के कैदियों तक ही सीमति होंगे. रेडियो जॉकी के लिए ऑडिशन टेस्ट के बाद पानीपत और अंबाला से छह-छह और फरीदाबाद जेल से दस कैदियों का चयन किया गया है.
फरीदाबाद जेल से पांच महिला कैदी भी कार्यक्रम प्रस्तुत कर सकेंगी. जेलों में बंद कैदियों के लिए रोजाना एक घंटे का कार्यक्र म होगा. कैदियों की फरमाइश पर फिल्मी गाने भी सुनाये जाएंगे. अगर कैदी लिखित में कोई सवाल पूछते हैं तो उन्हें अगले कार्यक्र म में उसका जवाब भी मिलेगा.
जेलों में रेडियो शुरू करने का मकसद कैदियों को संवेदनशील बनाना, उन्हें रचनात्मक काम से जोड़ना और छुपी हुई प्रतिभा को सामने लाना है. जेलों में लगातार शोध करती रही डॉ. विर्तका नंदा का कहना है कि कैदियों की जिंदगी में भी बदलाव आ सकता है. जरूरत उनके साथ संवेदना दिखाने की है. अगर हम उन्हें नफरत की नजर से देखेंगे तो जेल से बाहर आ कर भी वे फिर से अपराध की दुनिया में लौट सकते हैं.
हरियाणा की जेलों में खुलने वाली गौशालाओं में कैदी करेंगे गौ सेवा
हरियाणा की जेलों में अब गौशालाएं खुलेंगी. कैदी इन गायों की सेवा करेंगे. राज्य की जेलों में खाली पड़ी जमीनों पर गौशालाएं खोलने और खेती करने की योजना तैयार कर ली गई है. जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि सड़कों पर बेसहारा घूमते गोवंश को सेवा के लिए कैदियों के हाथों का सहारा मिल जाएगा. दुधारू गायों के दूध का जेलों में इस्तेमाल किया जा सकेगा और इसे बाहर भी बेचा जा सकेगा. हरियाणा में 19 जेलें हैं, जिनके पास काफी जमीन खाली पड़ी है.