हरियाणा चुनाव परिणामः भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से दिल्ली पहुंचे, फूंक-फूंकर कदम रखेगी कांग्रेस, अभी नहीं खोलेगी पत्ते
By भाषा | Updated: October 25, 2019 00:20 IST2019-10-25T00:20:32+5:302019-10-25T00:20:32+5:30
सोनिया गांधी ने गुरुवार दोपहर के समय पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से फोन पर भी बात की थी और उन्हें सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ने को कहा था। हुड्डा और उनके करीबी जननायक जनता पार्टी के साथ संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। इसके साथ ही दोपहर से ही उन निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधा जा रहा था जो जीतने की स्थिति में थे।

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हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की तस्वीर आने के बाद भाजपा की ओर से सरकार बनाने की कवायद शुरू होने के बाद कांग्रेस पूरी स्थिति नजर बनाए हुए है और फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोलेगी। सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से दिल्ली पहुंच गए हैं और उनकी आज देर रात या शुक्रवार सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद से मुलाकात हो सकती है।
हुड्डा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे। हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना के दौरान भाजपा से साथ कांटे टक्कर की स्थिति पैदा होने के बाद कांग्रेस राज्य में सरकार के गठन की कवायद में जुट गई थी, लेकिन बाद उसकी एवं भाजपा की सीटों की संख्या में फासला बढ़ने के बाद वह फूंक-फूंककर कदम उठाने की रणनीति पर चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने दोपहर के समय हुड्डा से फोन पर भी बात की थी और उन्हें सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ने को कहा था। हुड्डा और उनके करीबी जननायक जनता पार्टी के साथ संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। इसके साथ ही दोपहर से ही उन निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधा जा रहा था जो जीतने की स्थिति में थे।
यह पूछे जाने पर क्या कांग्रेस ने हरियाणा में सरकार बनाने की उम्मीदें खो दी हैं तो हुड्डा के एक करीबी नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सीटों की संख्या में अंतर आने के बाद सोच-समझकर कदम उठाया जा रहा है। हम पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन सरकार गठन की गुंजाइश पैदा हुई तो उससे पीछे नहीं हटा जाएगा।’’
राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 40 सीटें मिलती दिख रही हैं तो कांग्रेस के खाते में 31 सीटें गई हैं। कुछ महीने पहले गठित हुई जननायक जनता पार्टी को 10 सीटों पर जीत दर्ज की है। सात निर्दलीय विधायक जीते हैं। इंडियन नेशनल लोक दल और हरियणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट मिली हैं।