हरियाणाः चौटाला परिवार को एकजुट करने जुटे बादल, लेकिन एक मंच पर आने की उम्मीद नहीं!

By बलवंत तक्षक | Updated: August 24, 2019 07:56 IST2019-08-24T07:56:22+5:302019-08-24T07:56:22+5:30

Haryana Vidhan Sabha Chunav 2019: अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटला के बीच खींचतान का ही नतीजा है कि इनेलो के दस विधायक अपने सुरिक्षत राजनीतिक भविष्य की तलाश में भाजपा में शामिल हो चुके हैं.

Haryana: Badal gathered to unite Chautala family, but not expected to come on one platform! | हरियाणाः चौटाला परिवार को एकजुट करने जुटे बादल, लेकिन एक मंच पर आने की उम्मीद नहीं!

हरियाणाः चौटाला परिवार को एकजुट करने जुटे बादल, लेकिन एक मंच पर आने की उम्मीद नहीं!

Highlightsबादल ने अपने पास बैठे चौटाला से भी पुरानी सभी बातों को भुलाकर फिर से एक हो जाने का अनुरोध किया.बादल यहां चौटाला की पत्नी स्नेहलता की तेहरवीं के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके गांव आए थे.

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के आग्रह के बावजूद चौटाला परिवार के एक मंच पर आने की उम्मीदें नहीं हैं. बादल ने हाथ जोड़कर अपील की है कि अगर चौटाला परिवार एक हो जाए तो कोई भी सरकार उन्हें सत्ता से हिला नहीं सकती. बादल ने अपने पास बैठे चौटाला से भी पुरानी सभी बातों को भुलाकर फिर से एक हो जाने का अनुरोध किया. बादल ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि यह कैसे संभव हो पाएगा, लेकिन मेरी इच्छा है कि जितनी जल्दी चौटाला परिवार एक हो जाए, उतना ही अच्छा रहेगा. बादल यहां चौटाला की पत्नी स्नेहलता की तेहरवीं के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके गांव आए थे.

हरियाणा में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. चौटाला के बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला के संरक्षण में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बन गई है और छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला के हाथ में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की कमान है. इस वक्त दोनों भाइयों में अनबन है और आने वाले विधानसभा चुनावों में दोनों ही एक-दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को हराने की कोशिश करेंगे. अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटला के बीच खींचतान का ही नतीजा है कि इनेलो के दस विधायक अपने सुरिक्षत राजनीतिक भविष्य की तलाश में भाजपा में शामिल हो चुके हैं.

जेजेपी ने बसपा से चुनावी गठबंधन कर लिया है और इनेलो अकेले ही मैदान में उतरने की तैयारियों में जुटी है. देवी लाल के साथ अपने रिश्तों का किया जिक्र पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. चौधरी देवी लाल के साथ अपने रिश्तों का जिक्र करते हुए बादल ने कहा कि पूरा देश यही कहता था कि हमारी राम-लक्ष्मण की जोड़ी है. ताऊ देवीलाल एक शख्सियत नहीं, बल्कि एक संस्था थे. ऐसे में मैं समझता हूं कि चौटाला परिवार को फिर से एक हो कर उनके नाम को आगे बढ़ाना चाहिए.

बादल ने कहा कि आप सब लोगों को याद होगा कि चौधरी देवीलाल ने प्रधानमंत्री का पद त्यागकर अपना ताज विश्वनाथ प्रताप सिंह के सिर पर रख दिया था. उम्र के इस पड़ाव पर मेरी एक ही इच्छा है कि किसी भी तरह से चौटाला परिवार एक मंच पर एकत्र हो जाए.

Web Title: Haryana: Badal gathered to unite Chautala family, but not expected to come on one platform!

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