नई दिल्ली: 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को बड़ा तोहफा देते हुए करतारपुर कॉरिडोर की मंजूरी प्रदान कर दी है. सीमा की दूसरी और पाकिस्तान में सिखों का पवित्र करतारपुर साहिब गुरु द्वारा है. पाकिस्तान करतारपुर साहिब के दर्शनों की इजाजत नहीं देता, इसलिए श्रद्धालु दूरबीन से करतारपुर साहिब के दर्शन करते हैं.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सरकार ने फैसला लिया है कि इस पर होने वाले खर्च को केंद्र सरकार पूरी तरह वहन करेगी. इसके अलावा सरकार ने सिलवासा में मेडिकल कॉलेज बनाने को भी मंजूरी दे दी है. जेटली ने कहा, गुरु नानकदेवजी ने करतारपुर साहिब में अपने जीवन के 18 साल लगाए. यह भारत की सीमा से कुछ किमी अंदर पड़ोस की सीमा में है. यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं.
जब जेटली से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान से कोई बात हुई है तो उन्होंने कहा कि हम लोग इस संबंध में पड़ोसी मुल्क से बात करेंगे, लेकिन पड़ोसी मुल्क क्या करता है, यह पूरी तरह उनके कार्यक्षेत्र में है.
3 किमी का होगा कॉरिडोर, वीजा और कस्टम की सुविधा मिलेगी: जेटली ने कहा कि डेरा बाबा नानक जो गुरु दासपुर में है, वहां से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर कॉरिडोर बनाया जाएगा. यह वैसा ही होगा, जैसे कोई बहुत बड़ा धार्मिक स्थल होता है. यहां वीजा और कस्टम की सुविधा मिलेगी. कॉरिडोर 3 किलोमीटर का होगा.
सुल्तानपुर लोधी में हेरिटेज कॉम्प्लेक्स जेटली ने बताया कि कैबिनेट बैठक में सुल्तानपुर लोधी को हेरिटेज टाउन बनाने का फैसला किया गया है. इसके अलावा हेरिटेज कॉम्पलेक्स भी बनेगा, जिसका नाम होगा पिंड बाबा नानक दा. पंजाब में सेंटर फॉर इंटरफेथ स्टडीज भी बनाया जाएगा.
गलियारे के निर्माण के लिए पाक की अपील: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि भारत ने सिख समुदाय की भावनाओं को देखते हुए गलियारे के निर्माण को लेकर पाकिस्तान सरकार से संपर्क किया गया है. हमने अपील की है कि ताकि सालभर भारत से करतारपुर साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही को आसान बनाया जा सके.
'नानक नाम लेवाओं' के लिए खुशखबर: सिद्धू पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि वह लंबे समय से इस गलियारे के निर्माण पर जोर डालते रहे हैं. सिद्धू ने ट्वीट में कहा, ''यह 12 करोड़ 'नानक नाम लेवाओं' के लिए खुशी की बात है. यह दोनों देशों को जोड़ेगा, नफरत को कम करेगा.''