गुज्जर और बक्करवाल समुदाय डोडा में अपने लिए सरकार से विशेष कोविड-19 टीकाकरण शिविर चाहते हैं
By भाषा | Updated: June 6, 2021 17:37 IST2021-06-06T17:37:02+5:302021-06-06T17:37:02+5:30

गुज्जर और बक्करवाल समुदाय डोडा में अपने लिए सरकार से विशेष कोविड-19 टीकाकरण शिविर चाहते हैं
भदरवाह (जम्मू कश्मीर), छह जून हरे भरे चारागाहों की खोज में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पहुंचने के लिए जम्मू के मैदानों से लंबा सफर तय करके आये गुज्जर और बकरवाल समुदायों के घुमंतू परिवारों के हजारों लोग कोविड-19 टीका लगवाने की बाट जोह रहे हैं।
जनजातीय समुदाय के कई सदस्य जानलेवा बीमारी के खतरे की आशंका के बावजूद टीकाकरण के लिए उन्हें नजरअंदाज किये जाने से सरकार से नाराज हैं।
ये घुमंतू लोग ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपने लिए विशेष टीकाकरण की मांग कर रहे हैं।
गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के 10 हजार से अधिक लोग अपने मवेशियों को चराने के लिए भदरवाह घाटी में ऊंचाई वाले स्थानों पर विशाल चरागाहों तथा जैई, पादरी, भाल पादरी, कैंठी, लालू पानी, शारोंथ, थानथेरा, लाल ड्रामान, सियोज, रामतुंड, गंथक, फुखलानधार, शारोंथ और बचा समेत डोडा के कई अन्य हिस्सों में रहते हैं।
जैई चारागाह के लंबरदार चौधरी मोहम्मद हुसैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सरकार दावा कर रही है कि वह हर नागरिक को टीका लगाने के लिए उस तक पहुंचेगी लेकिन हमने देखा है कि अब तक प्रशासन से कोई भी हमारे पास नहीं आया।’’
उन्होंने कहा कि जनजातियों पर सामुदायिक संक्रमण की गंभीर आशंका के चलते कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है इसलिए वह उनके लिए विशेष टीकाकरण आयोजित करने की अपील करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जनजाति लंबा सफर तय करते हैं और वे अपने मवेशियों के साथ एक ही कच्चा मकान में रहते हैं।
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