गुजरात :सीमेंट और इस्पात के दाम में वृद्धि के खिलाफ रियल एस्टेट डेवलपर्स ने किया हड़ताल

By भाषा | Updated: February 12, 2021 15:35 IST2021-02-12T15:35:31+5:302021-02-12T15:35:31+5:30

Gujarat: Real estate developers strike against cement and steel price hike | गुजरात :सीमेंट और इस्पात के दाम में वृद्धि के खिलाफ रियल एस्टेट डेवलपर्स ने किया हड़ताल

गुजरात :सीमेंट और इस्पात के दाम में वृद्धि के खिलाफ रियल एस्टेट डेवलपर्स ने किया हड़ताल

अहमदाबाद, 12 फरवरी गुजरात में रियल एस्टेट डेवलपर्स एवं ठेकेदार शुक्रवार को सीमेंट और इस्पात की कीमतों में ''अत्यधिक वृद्धि'' के खिलाफ एकदिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल एवं विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

गुजरात कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद पटेल ने कहा कि राज्य में 20 हजार से अधिक निर्माण स्थलों पर काम रोक दिया गया है, जिससे 20 लाख दिहाड़ी मजदूर प्रभावित हुए हैं।

बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की गुजरात इकाई तथा कंफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीआरईडीएआई) समेत रियल एस्टेट तथा निर्माण क्षेत्र से जुड़े सभी प्रमुख संगठन देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए हैं।

पटेल ने कहा कि मुख्य रूप से सीमेंट और स्टील समेत सभी प्रमुख निर्माण सामग्रियों के दामों में औसतन 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। डीजल और बिटुमिन (इस्पात बनाने में इस्तेमाल होने वाला कोयला) के दामों में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है।

उन्होंने कहा, ''दामों में वृद्धि से अंतत: ग्राहकों पर प्रभाव पड़ेगा, उन्हें ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े करेंगे, निर्माण की लागत में भी इजाफा होगा।''

इस बीच, सीआरईडीएआई के गुजरात इकाई के अध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा कि गुजरात में पांच सीमेंट निर्माण संयंत्र हैं, फिर भी यहां दाम बिहार से मुकाबले अधिक हैं, जहां एक भी संयंत्र नहीं है।

उन्होंने कहा, ''गुजरात में सीमेंट के कट्टे की कीमत करीब 300 रुपये है जबकि बिहार में इसकी कीमत 240 रुपये है। इस तरह दाम बढ़ने से निर्माण लागत बढ़ जाती है। यह खुली लूट बंद होनी चाहिये। सरकार को इस्पात और सीमेंट के दामों को नियंत्रित करने के लिये नियामक निकाय का गठन करने चाहिये।''

उन्होंने कहा कि बीते कुछ महीनों में स्टील के दाम 37,000 रुपये से बढ़कर 60 हजार रुपये प्रतिटन तक पहुंच गए थे।

पटेल ने कहा, ''मेरे प्रतिवेदन करने के बाद हाल ही में यह 50 हजार रुपये प्रति टन पर आ गए हैं। हालांकि, यह दाम भी अधिक हैं। यह आदर्श रूप से 37,000 रुपये प्रतिटन होने चाहिये। इन कंपनियों पर इस तरह कारोबार करने पर पहले जुर्माना भी लगाया जा चुका है, लेकिन कुछ नहीं बदला है।

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Web Title: Gujarat: Real estate developers strike against cement and steel price hike

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