मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. गोविंंद सिंह ने आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नोटंकीबाज बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में प्रदेश में तंत्र नाम की कोई चीज ही नहीं रही.
डा. सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 7 जनवरी को मंत्रालय पहुंचकर वंदेमातरम करने की नौटंकी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वंदेमातरम को नया स्वरुप दिया है. अब वंदेमातरम पहले से ज्यादा अच्छे रुप में होगा. सिंह ने कहा कि मीसाबंदियों की पेंशन पूरी तरह से रोकी जाएगी. मीसाबंदियों के बजाय इस पेंशन का फायदा तो 90 प्रतिशत भाजपा के लोग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज मध्यप्रदेश में तंत्र नाम की कोई चीज ही नजर नहीं आ रही है.
यहां उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मीसाबंदी पेंशन पर रोक लगाकर जांच कराए जाने के निर्देश दिए जाने के बाद से भाजपा इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेर रही है. वहीं मीसाबंदियों की ओर से पर्यटन विकास निगम के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तपन भौमिक इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं. उन्होंने मीसाबंदियो से चर्चा भी और बैठक कर आगे इसका विरोध कैसे किया जाए इसकी रणनीति पर चर्चा भी की. भाजपा इस मुद्दे को लेकर जल्द ही सड़क पर उतरने की तैयारी कर रही है.