महाराष्ट्र के राज्यपाल को देहरादून जाने के लिए सरकारी विमान की अनुमति नहीं मिली
By भाषा | Updated: February 11, 2021 17:47 IST2021-02-11T17:47:17+5:302021-02-11T17:47:17+5:30

महाराष्ट्र के राज्यपाल को देहरादून जाने के लिए सरकारी विमान की अनुमति नहीं मिली
मुंबई, 11 फरवरी महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी बृहस्पतिवार को एक सरकारी विमान से उत्तराखंड के देहरादून जाने वाले थे, लेकिन उड़ान के लिए अनुमति नहीं दी गई, जबकि राज्यपाल विमान में चढ़ चुके थे। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल बाद में देहरादून की यात्रा के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान से रवाना हुए।
राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्यपाल के सचिवालय ने दो फरवरी को राज्य सरकार के अधिकारियों को पत्र लिखकर विमान के उपयोग की अनुमति मांगी थी।
बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय को भी इसके बारे में सूचित किया गया था।
इस बारे में पूछे जाने पर, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनके पास कोई जानकारी नहीं है और जानकारी मिलने के बाद ही वह इस पर टिप्पणी कर पाएंगे।
हालांकि, राज्य में विपक्षी भाजपा ने इस पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार पर "अहंकारी" होने और "बचकानी हरकतें" करने का आरोप लगाया और इसको लेकर राज्य सरकार से माफी की मांग की है।
राजभवन के बयान के अनुसार, कोश्यारी शुक्रवार को उत्तराखंड के मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में आईएएस अधिकारियों के 122वें प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता करने वाले हैं।
बयान में कहा गया कि वह बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे देहरादून के लिए मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना होने वाले थे।
कोश्यारी देहरादून से मसूरी जाएंगे।
बयान में कहा गया, "आज, 11 फरवरी 2021 को, माननीय राज्यपाल सीएसआईएम हवाई अड्डे पर सुबह 10:00 बजे पहुंचे और सरकारी विमान में सवार हो गए। हालांकि, माननीय राज्यपाल को सूचित किया गया कि सरकारी विमान के उपयोग की अनुमति नहीं मिली है।"
बयान में कहा गया कि उसके बाद राज्यपाल के निर्देश पर तत्काल देहरादून के लिए दोपहर 12.15 बजे मुंबई से रवाना होने वाले एक वाणिज्यिक विमान में राज्यपाल के लिए टिकट बुक किए गए और फिर, वह देहरादून के लिए रवाना हुए।
इस बीच, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि एमवीए सरकार को राज्यपाल का "अपमान" करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने इसके लिए राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने शिवसेना नीत गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि वह अहंकारी है और ‘बचकाना हरकतें’ कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री फड़णवीस ने यह आरोप भी लगाया कि राज्य सरकार ने राज्यपाल के संवैधानिक पद का अपमान किया है।
फड़णवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस तरह की घटना राज्य में पहले कभी नहीं हुई थी। राज्यपाल कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि एक पद है। लोग आते-जाते रहेंगे, लेकिन पद कायम रहेगा। राज्यपाल राज्य के प्रमुख हैं। राज्यपाल ही मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को नियुक्त करते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता चला है कि राज्यपाल की पूरी यात्रा का कार्यक्रम सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा गया था। मुख्य सचिव इस बारे में जानते थे और मुख्यमंत्री के पास भी एक फाइल गई थी। लेकिन जानबूझ कर, राज्यपाल को विमान में बैठने की अनुमति नहीं दी गई और आखिरकार उन्हें विमान से उतरना पड़ा।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह सरकार बचकाना हरकतें कर रही है। मेरे मुताबिक मुख्यमंत्री और सरकार का इस तरह का अहंकारी रवैया दिखाना गलत है...। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना से राज्य की छवि धूमिल होगी।’’
गौरतलब है कि राज्य की शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार और राज्यपाल के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद रहे हैं।
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